लखनऊ विकास प्राधिकरण में नटवरलाल के नाम से मशहूर निलंबित बाबू मुक्तेश्वर ओझा की चल रही विजलेंस जांच ने गति पकड़ ली है। इस कारण, उस पर शिकंजा और भी कसता जा रहा है। एसपी विजिलेंस की ओर से उक्त बाबू से संबंधित पत्रावली मांगी गई हैं जिससे उक्त बाबू के विरुद्ध आरोपों की जांच हो सके।
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एसपी, विजिलेंस ने तेज की कार्रवाई
- दरअसल, समायोजन में गड़बड़ी को लेकर बीते वर्ष में एलडीए के इस बाबू के खिलाफ शिकायत की गई थी।
- इसके आधार पर विजिलेंस मुक्तेश्वर ओझा की जांच कर रही है।
- हालांकि अभी तक यह जांच धीमी गति से चल रही थी। लिहाजा, उस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी।
- बीते माह में एलडीए के वीसी प्रभु एन. सिंह ने आवंटन से संबंधित फाइलें न दिये जाने के मामले में ओझा को पुलिस को सौंपा।
- इसके बाद उन्होंने विजिलेंस जांच को जल्द पूरा किये जाने के लिए एसपी से सिफारिश करने को कहा था।
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- इसके चलते एक पत्र एलडीए के समक्ष आया है। यह पत्र विजिलेंस द्वारा भेजा गया है।
- इसमें ओझा की पत्रावलियों को मांगा गया है।
- उल्लेखनीय है, मुक्तेश्वर ओझा के ऊपर एलडीए में तमाम तरह की गड़बडिय़ां करने के आरोप हैं।
- आरोप के अनुसार, उसने विराट खंड में फर्जी कागजों के आधार पर पत्नी के नाम मकान लिया।
- इसी तरह उसके द्वारा तमाम योजनाओं में आवंटियों के साथ खेल किया गया।
- यही नहीं, उसके द्वारा सैकड़ों मकान से जुड़ी फाइलें गायब कर दी गईं।
- लिहाजा, वर्तमान वीसी तक उससे परेशान हुए, फिलहाल वह निलंबित चल रहा है।
- संभावना है, जांच में दोषी पाये जाने पर उसके विरुद्ध बड़ी कार्रवाई होगी।
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