नेपाल के ढाई हजार से अधिक युवक युवतियां महराजगंज जिले में घुसपैठ कर आराम से अपना काम करते रहे और किसी को इसकी खबर तक नहीं हो सकी. एक अर्धनिर्मित मकान में अवैध रूप रहने वाले ये लोग यहाँ पर बकायदा एक ट्रेंनिंग सेंटर चला रहे है. साथ ही इस ट्रेंनिंग सेंटर कि ख़ास बात ये है इस ट्रेंनिंग सेंटर में किसी भी भारतीय को नहीं आने दिया जाता है.मामला सदर कोतवाली के खरजरवा चौराहे का है.
अर्धनिर्मित मकान में चल रहा है ट्रेंनिंग सेंटर
- मामला सदर कोतवाली के खरजरवा चौराहे का है.
- जहाँ एक अर्धनिर्मित मकान में अवैध रूप से लोग रह रहे थे.
- अर्धनिर्मित मकान में रहने वाले ये लोग यहाँ पर बकायदा एक ट्रेंनिंग सेंटर चला रहे है.
- लेकिन इस ट्रेंनिंग सेंटर में किसी भी भारतीय को ट्रेंनिंग नहीं दी जाती है.
- या यू कहे कि इस सेण्टर में इण्डिया के युवक युवतियो के ट्रेनिंग करने पर रोक है.
- जिला प्रशासन सब कुछ जानकार भी अनजान बना हुआ है.
- इंडो-नेपाल खुली सीमा की निगहबानी एसएसबी जवान करते हैं.
- यहाँ आशंका रहती है कि इलाके में फिदायनी कभी भी हमला कर सकते हैं.
- बावजूद इसके नेपाल के ढाई हजार से अधिक युवक युवतियों ने महाराजगंज जिले में घुसपैठ की.
- महाराजगंज जिले में घुसपैठ करने वाले ये युवक युवतियां नेपाल से आये है.
- ये कब यहाँ आये इसकी जानकारी भी किसी को ठीक से नहीं है.
- या यू कहे कि जानकारी होने के बाद भी कोई कुछ करने को तैयार नहीं है.
- आपको बात दें कि इंडो-नेपाल सीमा पर हमेशा ही अलर्ट कि स्थिति रहती है.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन से पूर्व 17 जून को ही यहाँ सेना को अलर्ट कर दिया गया था.
- भारत-नेपाल की 1751 किमी खुली सीमा लंबे समय से आतंकियों के लिए बेहतर साबित हो रही है.
- बार्डर पर एसएसबी की पैनी नजर रहती है बावजूद इसके युवक युवतियों ने घुसपैठ की.
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