15 अगस्त 2017 को भारत अपनी आजादी का 71वां स्वतंत्रता दिवस(71st independence day) मना रहा है, वही मेरठ के लोकसभा सांसद व विधायक से जब कुछ सामान्य ज्ञान के सवाल किए गए तो वह उसका सही जवाब भी नहीं दे पाए.
क्या तुम बच्चे जैसी बातें कर रहे हो-सांसद राजेंद्र अग्रवाल
- बात करें अगर मेरठ -हापुड़ लोकसभा सांसद राजेंद्र अग्रवाल की तो उनसे पूछा गया कि हमारा राष्ट्रगान व राष्ट्रगीत क्या है.
- तो सांसद जी ने कहा जन गण मन हमारा राष्ट्रीय गान है.
- वंदेमातरम हमारा राष्ट्रीय गीत है.
- साधारणता इस प्रकार की बात है कुछ लोग राष्ट्रगीत में कुछ भी जो भी राष्ट्रीयता से भरा हुआ हो कोई भी गीत हो उसको गा देते है.
- लेकिन सामान्यत यह दोनों जो हमारे गान व गीत के रूप में प्रतिष्ठित हैं.
- हम लोग 15 अगस्त पर विशेष कर इनका गायन करते हैं.
- सांसद जी से जब पूछा गया कि हमारे राष्ट्रध्वज में कौन-कौन से रंग है और उनका क्या महत्व रखते है.
- तो सांसद जी ने जवाब दिया कि मुझे तो ऐसा लगता है कि छोटी कक्षा के बच्चे से बात कर रहे हो.
- इसके साथ ही वह अपने ही ज्ञान को हँसी में टालने लगे.
- साथ ही प्रश्न के जवाब में कहा क्या तुम बच्चे जैसी बातें कर रहे हो.
- आप इस तरह की बाते किसी और से करो साथ ही उन्होंने कैमरा बंद करने को भी कह दिया.
कुर्सी पर बैठे बैठे ही गाया अधूरा राष्ट्रगान-
- वही जब भारतीय जनता पार्टी के मेरठ महानगर अध्यक्ष करुणेश गर्ग से पूछा गया कि हमारा राष्ट्रीय गीत क्या है.
- इस पर अध्यक्ष जी ने जवाब दिया संविधान के अनुसार हमारा राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम है.
- बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने देश की वंदना को ध्यान में रखते हुए यह गीत बनाया था.
- साथ ही 1916 में इस गीत का निर्माण किया गया था.
- हमारे देश के शहीदों ने देश की आजादी के लिए इस वंदे मातरम को गाते गाते अपना सर्वस्व होम कर दिया था.
- यही हमारे देश का राष्ट्रगीत है.
- जब उनसे पूछा गया कि जन गण मन क्या है अध्यक्ष जी का जवाब था के जन-गण-मन हमारे देश का राष्ट्रीय गान है.
- इस जन गण मन की रचना राष्ट्रीय कवि रविंद्र नाथ टैगोर ने की थी.
- यह उस समय में जो छठे वायसराय थे उनके आगमन के अवसर पर इस गाने को लिखा गया था.
- इस दौरान अध्यक्ष जी से राष्ट्रगान सुनाने के लिए कहा गया.
- लेकिन ना तो वह राष्ट्रगान को सम्मान दे पाए और न ही पूरा राष्ट्रगान वह सुना पाए.
- उन्होंने कुर्सी पर बैठे-बैठे ही राष्ट्रगान गाना शुरू कर दिया जिसे वह पूरा नही सुना पाए.
- जब अध्यक्ष जी से पूछा गया कि भारत छोड़ो नारा किसने दिया
- तो उनका जवाब था भारत छोड़ो का आंदोलन हुआ 9 अगस्त1942 को महात्मा गांधी जी ने दिया था.
- जब पूछा गया कि जय हिंद का नारा किसने दिया तो अध्यक्ष जी का जवाब था जय हिंद का नारा सुभाष चंद्र बोस ने दिया था.
- इंकलाब जिंदाबाद का नारा किसने दिया अध्यक्ष जी का जवाब था भगत सिंह ने दिया.
- सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है यह नारा किसने दिया तो जवाब था रामप्रसाद बिस्मिल ने.
- तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा यह नारा किसने दिया तो अध्यक्ष जी का जवाब था सुभाष चंद्र बोस ने यह नारा दिया.
- भारत माता की जय का नारा किसने दिया तो अध्यक्ष जी जवाब सोचते रह गए.
- जिसके बाद वह मुस्कुराते हुए ना में जवाब दिया कि मुझे नहीं पता.
- वही जब उनसे पूछा गया कि राष्ट्रध्वज को आखरी रूप किसने दिया.
- उनका जवाब था कर तिरंगे का पहला स्वरूप तो भीमा करके थी इंग्लैंड में इसका स्वरूप बना था.
- मुझे इस समय याद नहीं आ रहा है कि अंतिम रूप किसने दिया.
सहयोगी ने माननीय के कान में बताया की इस वर्ष कौन सा स्वतंत्रता दिवस है-
- वही जब कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल से पूछा गया कि हम इस वर्ष कौन स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं.
- तो वह सोचने लगे ऐसे में उनके साथ खड़े सहयोगी ने उनके कान में कहा हम 71 वा स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं.
- जो की कैमरे में कैद हो गया.
- जब विधायक जी से पूछा गया कि राष्ट्रगीत व राष्ट्रगान कौन-कौन से हैं.
- इस बार भी साथ खड़े सहयोगी ने ही कान में जब बताया तो वह जवाब दे पाए कि हमारा राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान क्या-क्या है.
- जो की कैमरे में साक्षात कैद हुआ.
- जब उनसे पूछा गया कि हमारे राष्ट्रध्वज में कितने रंग हैं और वह किसके प्रतीक हैं.
- विधायक जी का जवाब था पहला शांति का प्रतीक है ,दूसरा आजादी का प्रतीक है,तीसरा रंग जो है हम सब की खुशहाली का प्रतीक है.
- जब उनसे पूछा गया कि हमारे राष्ट्रीय ध्वज में जो चक्र है उसमें कितनी तीलियां हैं.
- इसका वह जवाब नहीं दे पाए और सहयोगी ने कान में जवाब दिया जो साक्षात आवाज के साथ कैमरे में कैद हुआ.
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