उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले यूपी की जेलों में मोबाइल का धड़ल्ले से प्रयोग(mobile use) किया जा रहा था, जो यूपी विधानसभा चुनाव पूरे हो जाने के बाद भी बदस्तूर जारी है। राज्य सरकार की मंशा के बाद भी यूपी की जेलों में मोबाइल का इस्तेमाल बेख़ौफ़ किया जा रहा है।
मोबाइल इस्तेमाल की रिपोर्ट के बाद गृह विभाग मामले में चुप(mobile use):
- यूपी विधानसभा चुनाव में जेलों में इस्तेमाल हो रहे मोबाइल फोन का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया था।
- जिसके बाद चुनाव तक के लिए यूपी की जेलों में सख्ती की गयी थी।
- लेकिन चुनाव बीतने के बाद से ही जेलों में एक बार फिर से मोबाइल फोन आदि का इस्तेमाल शुरू हो गया है।
- गौरतलब है कि, भाजपा ने ही चुनाव में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था।
- लेकिन सरकार की मंशा के बाद भी यूपी की जेलों में मोबाइल धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहे हैं।
- वहीँ मामले की रिपोर्ट गृह विभाग को दी गयी है, लेकिन विभाग किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
- सूत्रों की मानें तो गृह विभाग मामले को दबाने में जुटा हुआ है।
अम्बेडकरनगर के बाद वाराणसी जेल से हुई रंगदारी की कॉल(mobile use):
- यूपी की अम्बेडकरनगर जेल के बाद वाराणसी जेल से रंगदारी को लेकर कॉल की गयी थी।
- जिसकी रिपोर्ट ATS ने शासन को भेजी थी।
- इतना ही नहीं अम्बेडकरनगर जेल से आतंकी सैफ भी बड़े हमले की प्लानिंग कर रहा था।
- ATS द्वारा अम्बेडकरनगर की रिपोर्ट पर भी अभी तक शासन की ओर से कार्रवाई नहीं की गयी।
- ज्ञात हो कि, सैफ ने हिन्दू युवा वाहिनी के नेता रामबाबू गुप्ता की हत्या की थी।
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