लखनऊ नगर निगम आय के सीमित स्रोतों के बावजूद लखनऊ वासियों को बुनियादी नागरिक सुविधाएं प्रदान करने और उसे नियमित बनाये रखने की एक बड़ी जिम्मेदारी को निभाएगा.शहरी विकास के लिए अपनी क्षमता के निर्माण कार्यक्रम के भाग के रूप में लखनऊ नगर निगम (एलएमसी) अपनी संपत्ति कर मूल्यांकन और संग्रह प्रक्रिया की दक्षता में सुधार करने पर काम कर रहा है.ये जानकारी अपर नगर आयुक्त पीके श्रीवास्तव ने दी.
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बनाएगा एक संपत्ति डेटाबेस
- एलएमसी द्वारा नियुक्त केरिटास इको सिस्टम्सप्राइवेट लिमिटेड, शहर के कुछ क्षेत्रों में ड्रोन आधारित पायलट सर्वेक्षण कर रही है.
- यह सर्वेक्षण आज गुरुवार से प्रारम्भ किया जायेगा.
- परियोजना का मुख्य उद्देश्य डेटा संग्रह और प्रबंधन की प्रक्रिया में सुधार करना है.
- एलएमसी प्रत्येक संपत्ति के लिए डेटा इकट्ठा कर, एक डिजिटल मानचित्र से जोड़कर संपत्ति का डेटाबेस बनाएगा.
- साक्ष्य आधारित, ऑडिट योग्य डेटा को तेजी से से ड्रोन की सहायता से न्यूनतम
- मानवीय हस्तक्षेप के साथ एकत्र किया जाएगा.
- इस तकनीक की मदद से एलएमसी के अधिकारी शहर की किसी भी जगह का एक आभासी जांच करने में सक्षम होंगे.
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- जो किसी भी क्षेत्र के 3 आयामी (3D) दृश्य प्रदान करने में सक्षम होगी.
- यह सिस्टम एलएमसी को एक बेहतर और कुशल तरीके से नागरिक सेवाओं की योजना और प्रबंधनकरने में सक्षम करेगा।
- हवाई सर्वेक्षण के माध्यम से एकत्रित सूचनाओं और आकड़ों का उपयोग शहर के विकास के लिए किया जायेगा.
- प्रत्येक संपत्ति को संपत्ति मालिक के आधार कार्ड से जोड़ने की योजना बना रहा है.
- इसके अलावा संपत्ति के आंकड़ों को अन्य विभागों / एजेंसियों के डेटाबेस के साथ एकीकृत किया जाएगा.
- इस कदम से पूरीप्रक्रिया में पारदर्शिता लाने में मदद मिलेगी.
- सफल होने पर पायलट प्रोजेक्ट को पूरे शहर तक बढ़ाया जा सकता है.
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