प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक और गांव को गोद लेंगे, गौरतलब है कि, पीएम मोदी पहले ही जयापुर और नागेपुर गांव को गोद ले चुके हैं।
2600 आबादी, 419 परिवार और पहलवानों के गांव को लेंगे गोद:
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी के एक और गांव को गोद लेने वाले हैं।
- गौरतलब है कि, पीएम पहले ही जयापुर और नागेपुर गांव को गोद ले चुके हैं।
- पीएम द्वारा गोद लिए जाने की घोषणा मात्र से ही ककरहिया गांव में ख़ुशी का माहौल हो गया है।
- ककरहिया गांव फूलों की खेती और पहलवानी के लिए जाना जाता है।
गांव की मुख्य समस्याएं:
- पीएम मोदी वाराणसी के ककरहिया गांव को गोद लेने वाले हैं, जिसकी जानकारी ग्राम प्रधान रंजीत ने दी।
- ककरहिया गांव की मौजूदा समय में निम्न समस्याएं हैं।
- खराब सड़क, पेयजल की समस्या, बिजली की बदहाल व्यवस्था, स्वास्थ्य केंद्र का न होना, बैंक की कमी।
- बच्चों के लिए खेलकूद का मैदान न होना, ट्रांसपोर्टेशन कनेक्टिविटी का न होना, सीवर सिस्टम।
ककरहिया गांव- एक नजर में:
- साल 2011 की जनगणना के अनुसार, ककरहिया गांव की कुल आबादी 2600 है।
- गांव के लोगों का मुख्य व्यवसाय बुनकारी और फूलों की खेती है।
- ककरहिया में करीब 419 परिवार रहते हैं और गांव में मूलभूत सुविधाओं की बेहद कमी है।
- गांव में पटेल समुदाय सबसे अधिक है, वहीँ महिलाएं गेंदा फूल की खेती करती हैं।
जातीय समीकरणों पर आधारित फैसला:
- पीएम मोदी ककरहिया गांव को गोद लेने वाले हैं, जिसमें पटेल समुदाय की आबादी सर्वाधिक है।
- भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव के तहत राज्य में दलितों और पिछड़ी जातियों के बीच अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है।
- गौरतलब है कि, अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल को कैबिनेट में शामिल किया गया था।
- जिससे जाहिर है कि, पीएम और भाजपा उत्तर प्रदेश के चुनाव की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।
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