देश की वर्तमान राजनीति में ‘गौरक्षा’ का बड़ा महत्‍व है। गौरक्षा पर भाषण देकर पार्टियों के नेता वोट मांग रहे हैं, लेकिन शायद ही किसी नेता को यह बात पता हो कि लखनऊ में हर साल करीब एक हजार गाय पॉलीथीन खाने से मर (polythene kills cow) जाती है। कोई भी नेता इस विषय पर भाषण नहीं देता कि ऐसी गायों को मरने से कैसे बचाया जाए? ये आंकड़े राज्य पशु चिकित्सा विभाग और पशु कल्याण संगठन ने जारी किए हैं।

पढि़ए चौंकाने वाले आंकड़ें!

क्‍या कहते हैं जीव आश्रय के सचिव

  • जीव आश्रय के सचिव यतेंद्र त्रिवेदी के मुताबिक, लखनऊ में हर महीने करीब 50 गायों की मौत होती है।
  • इन मौतो की वजह सिर्फ पॉलीथीन होती है।
  • यतेंद्र ने बताया कि जब इन गायों का पोस्‍टमॉर्टम किया जाता है तो इनके पेट से करीब 55 से 60 किलो पॉलीथीन निकलती है।
  • पेट में पॉलीथीन की अधिकता हो जाने की वजह से गाय के कई अहम अंग काम करना बंद कर देते हैं।
  • चौंकाने वाली बात ये है कि कम उम्र की गायों की मौत के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं।

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क्‍या कहते हैं मुख्य पशु चिकित्‍सा अधिकारी

देश की राजनीति में गाय की है अहम भूमिका!
  • वर्तमान में भारत देश की राजनीति में गाय की भी अहम भूमिका है।
  • केंद्र में मोदी सरकार और यूपी में योगी सरकार आने के बाद से राजनीति में गाय की चर्चा काफी बढ़ गई है।
  • यूपी में गौरक्षा को लेकर कई बार सांप्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा हो जाती है।
  • गौरक्षा को लेकर कई लोग अपनी जान तक गंवा चुके हैं।

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