उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक छात्रा को दिन दहाड़े मौत के घाट उतार दिया गया. आरोपी आदित्य तिवारी ने छात्रा को स्कूल जाते वक्त रास्ते में रोककर अपने साथियों के साथ कई बार चाकू से वार किया, अनगिनत वार के बाद रागिनी (ragini dubey murder) ने दम तोड़ दिया. हत्या के कुछ ही देर बार आरोपी का पिता मृतका के घर पहुंचा था.
पीड़ित परिवार को दी थी धमकी:
- आरोपी का पिता कृपाशंकर तिवारी पीड़ित परिवार के यहाँ पहुंचा.
- हत्या की बात बताने के बाद उसने खुलेआम धमकी भी दी.
- प्रधान होने का दंभ दिखाते हुए उसने परिवार वालों को धमकाया था.
- उसने कहा था कि अगर पुलिस को वो चाकू भी दे दे तो कोई कुछ नही करेगा.
- पुलिस उसका कुछ नहीं बिगाड़ने वाली है.
- फ़िलहाल आरोपी का पिता फरार है.
- उक्त बातें बताते वक्त रागिनी की बहन रो पड़ी.
- मृतका रागिनी की बहन कहती है कि उन्हें इंसाफ चाहिए.
- हर हाल में बहन के हत्यारों को सजा मिलनी चाहिए.
- वहीँ आलोचनाओं के बाद आज सुबह एसपी सुजाता सिंह के घर पहुँचने की बात भी कही.
एसपी सुजाता सिंह को नहीं है फुर्सत:
- एसपी सुजाता सिंह की कार्यशैली सवालों के घेरे में है.
- बलिया की कानून व्यवस्था पर वहां के बीजेपी नेताओं ने भी सवाल उठाये हैं.
- अब पुलिस दो आरोपियों को गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपाने में जुटी है.
- लेकिन शुरुआती शिकायत पर पुलिस अगर एक्शन लेती तो आज रागिनी कम से कम अपने स्कूल पहुँच गई होती.
मुख्य आरोपी गिरफ्तार:
- देर रात पुलिस ने आखिरकार मुख्य आरोपी आदित्य तिवारी उर्फ़ प्रिंस को पकड़ने में कामयाबी हासिल कर ली.
- मुख्य आरोपी प्रिन्स तिवारी का साथी राजू भी गिरफ्तार हुआ है.
- आरोपी के पिता कृपाशंकर तिवारी प्रधान हैं.
- प्रधान पुत्र होने के दंभ में आदित्य अक्सर स्कूल आने-जाने वाली लड़कियों पर फब्तियां कसता था.
- आरोपी आदित्य लगातार रागिनी पर बात करने का दबाव बनाता था.
- लेकिन परिवार वाले गाँव की बात समझकर चुप रह जाते थे.
- पूरे मामले में बलिया पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.
- जिले की कप्तान सुजाता सिंह और उनकी टीम की लापरवाही ने एक मासूम की जान ले ली.
- एंटी रोमियो दल इन्हीं घटनाओं को रोकने के लिए बनाया गया लेकिन इनकी नाकामी की पोल भी अब खुल चुकी है.
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