नोएडा अथॉरिटी मामले में हजारों करोड़ के घोटाले का आरोपी भ्रस्टाचारी इंजीनियर यादव सिंह जेल में बंद है. इस मामले में बीते 6 अगस्त को यादव सिंह के खिलाफ कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की गई थी. इस मामले में आज सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सीबीआई और परिवर्तन निर्देशालय को नोटिस जारी किया है. कोर्ट ने ये नोटिस भ्रष्ट इंजीनियर यादव सिंह की ज़मानत याचिका पर जारी किया है.
60 दिनों बाद भी नही दाखिल हुआ आरोप पत्र-
- सुप्रीम कोर्ट ने आज दिल्ली सीबीआई और परिवर्तन निर्देशालय को नोएडा अथॉरिटी मामले में नोटिस जारी किया है.
- ये नोटिस मामले में आरोपी इंजीनियर यादव सिंह की ज़मानत याचिका पर जारी किया गया है.
- दरअसल मामले में 29 अप्रैल को 60 दिन पूरे चुके हैं.
- लेकिन इसके बवाजूब बाद भी आरोप पत्र अभी तक दाखिल नही हुआ है.
- 60 पूरे होने के बाद भी आरोप पत्र दाखिल न किये जाने को लेकर यादव सिंह के वकील ने सवाल उठाये थे.
- जिसके चलते सुप्रीम कोर्ट ने दो हफ्ते में परिवर्तन निर्देशालय और सीबीआई से जवाब माँगा है.
करोड़ों का लगाया था चूना:
- CBI ने नोएडा में सेक्टर-51 के एक फ्लैट एवं आगरा के तीन फ्लैटों को सीज पर दिया.
- वहीं बीते 16 जनवरी को नोएडा प्राधिकरण के रसूखदार इंजीनियर रहे यादव सिंह की बनायी 19.92 करोड़ की सम्पत्ति को आयकर विभाग की टीम ने जब्त किया था.
- भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार यादव सिंह को आज सीबीआई ने कोर्ट में पेश किया.
- यादव सिंह पर आरोप है कि उसने नोएडा प्राधिकरण में चीफ इंजीनियर रहते हुए लूट मचाई.
- कई सौ करोड़ रुपये घूस लेकर ठेकेदारों को टेंडर बांटे.
- ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस अथॉरिटी में इंजीनियर रहते हुए भी काले कारनामे को अंजाम दिया था.
- यादव सिंह की सभी तरह के टेंडर और पैसों के आवंटन में बड़ी भूमिका होती थी.
- इस तरह यादव सिंह ने अकूत धन कमाया.
इन धाराओं में दर्ज है मुकदमा-
- सीबीआई ने यादव सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा में मामला दर्ज किया है.
- धारा 409, 420, 466, 467, 469, 481 के अलावा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के केस दर्ज है.
- यादव सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार, आपराधिक साजिश के आरोप हैं.
- वहीँ धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा और कानून के उल्लंघन के संबंध में केस दर्ज किया गया है.
- इस मामले में अबतक 80 बिल्डरों से पूछताछ हो चुकी है.
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