खास बातचीत की श्रृंखला में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और MLC सुनील सिंह साजन (sunil singh sajan exclusive interview) से uttarpradesh.org की टीम ने बात की. इस दौरान उन्होंने कई ज्वलंत मुद्दों पर पार्टी का पक्ष रखा.

सुनील सिंह साजन से बातचीत :

सवाल : आपके नाम में सुनील सिंह के साथ साजन लगने का क्या कारण है ?

सुनील सिंह साजन : जब हम 1999 में छात्रसंघ का चुनाव लड़ रहे थे तो उस समय सुनील नाम के कई लोग और भी चुनाव मैदान में थे. ऐसे में उनके बीच खुद को अलग दिखाने के लिए ही मेरे साथियों ने मुझे ये नाम रखने का सुझाव दिया. मैंने भी सोचा चुनाव जीतकर ये नाम हटा देंगे मगर चुनाव जीतेने के बाद इसी नाम से लोग पहचानने लगे तभी से ये नाम हमारा साथी बन गया.

सवाल : सपा अध्यक्ष अखिलेश को लेकर आपके पोस्टर काफी दिलचस्प होते हैं, क्या इसके लिए कोई ख़ास टीम है ?

सुनील सिंह साजन : जब भी पार्टी का या हमारे नेता का पोस्टर आता है तो हम चाहते हैं कि उसमें कुछ ऐसा हो जिसे हर कोई देखे और पसंद करे. हम सभी साथी मिलाकर बैठते हैं और इस पर काम करते हैं. सोशल मीडिया पर भी कई पोस्टर दिखते हैं ऐसे में हमें हमारे पोस्टर को खास बनाना होता है.

सवाल : आप अखिलेश यादव की टीम के काफी ख़ास सदस्य हैं, तो ऐसे में बताएं कि अखिलेश यादव अन्य नेताओं में किन मायनों में अलग हैं ?

सुनील सिंह साजन : मैं अपनी शुरुआत के साथ से अखिलेश यादव के साथ हूँ. अन्य नेताओं के बारे में सुनकर पता चलता है कि अखिलेश यादव उन सभी से काफी अलग हैं. वे जितने अच्छे नेता हैं, उससे काफी अच्छे इंसान भी हैं. जब इंसान अच्छा हो तो वो जिस क्षेत्र में हो, अच्छा होता है.

सवाल : समाजवादी पार्टी ने सत्ता में रहते हुए दलबदलुओं से दूरी बनाई थे मगर सत्ता से जाते ही उनके लिए सारे दरवाजे खोल दिए गए, ऐसा क्यों ?

सुनील सिंह साजन : अखिलेश यादव ने हमेशा से कहा है कि हम अपराधियों के साथ मिलकर राजनीति नहीं करेंगे. इसी कारण अखिलेश यादव जी को सत्ता से बाहर भी होना पड़ा अब जनता ही निश्चित करेगी कि सपा कब सत्ता में आयेगी कब नहीं.

सवाल : शिवपाल यादव को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटा दिया गया, ऐसे में वे पार्टी में क्या महत्त्व रखते हैं ?

सुनील सिंह साजन : अखिलेश यादव हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उन्हीं ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी बनाई है तो वे स्वतंत्र हैं कि किसे कार्यकारिणी में रखना है ये उनका फैसला है. राजनीति में कई लोग हुआ हैं जो बिना बड़े पदों पर रहे राजनीति किये हैं.

सवाल : बीजेपी ने आरोप लगाया था कि समाजवादी सरकार बड़ी-बड़ी गाड़ी वालों की गाड़ी है तो क्या सबको गाड़ी मिलना क्या आपकी सरकार में मुमकिन था ?

सुनील सिंह साजन : जब 800 का जमाना था तो लोग उसी से चलते थे, अब जिस गाड़ी का जमाना है तो उससे चला जाता है. ऐसे में किसी पर इस तरह का आरोप लगाना बिलकुल बेबुनियाद है.

सवाल : अभी कुछ दिन पहले आपको जेल जाना पड़ा था, माननीय बन कर जेल जाना कैसा रहा ?

सुनील सिंह साजन : मुझे ख़ुशी है कि मैं जिस मामले में जेल गया था वो एक आंदोलन का मामला था और झूठा मामला था. जेल जाने के बाद कोई भी माननीय नहीं रहता. जेल में हर कोई सभी लोग एक तरह के होते हैं. किसी में कोई फर्क नहीं रहता.

सवाल : सोशल मीडिया पर चर्चाएँ थी कि समाजवादी पार्टी ने कुछ पत्रकारों को मकान उपलब्ध कराएँ हैं, इस बारे में आपका क्या कहना है ?

सुनील सिंह साजन : हमारी सरकार में जो मकान दिए गए थे उनमें पत्रकारों को प्राथमिकता दी गयी हो. अब अगर सरकार पत्रकारों को घर से बाहर निकाल रही है तो ये योगी जी और भाजपा सरकार जानें.

सवाल : BSP सरकार में आपने काफी लाठियां खाई ऐसे में उसी से गठबंधन की चर्चाएँ हैं तो कार्यकर्ता के तौर पर आपको लगता है कि गठबंधन होना चाहिए ?

सुनील सिंह साजन : अगर गलत विचारधारा और ग़लत लोगो को रोकना है तो इस गठबंधन से कोई समस्या नहीं है. अगर जनता ने आपको जनादेश दिया है तो आपको जनता के लिए काम करना चाहिए मगर आप लोग वो तो कर ही नहीं रहे हैं.

सवाल : सपा से निकाय चुनाव के टिकटों की घोषणा कब तक की जायेगी ?

सुनील सिंह साजन : राष्ट्रीय अध्यक्ष की तरफ से निकाय चुनाव के लिए कमेटियां बना दी गयी हैं जो प्रत्याशियों की पूरी जाँच कर रही हैं. जब पूरी जाँच हो जायेगी तो टिकटों की घोषणा कर दे जायेगी.

सवाल : बीजेपी निकाय चुनाव पर घोषणा पत्र ला रही है तो आपकी क्या रणनीति रहेगी ?

सुनील सिंह साजन : बीजेपी ने 2014 घोषणापत्र का काम नहीं किया और 2017 का भी कोरा रखा है इसीलिये निकाय चुनाव में भी ला रही है जिससे पहले की तरह झूठे सपने दिखा सके और झूठे वाडे कर सके.

सवाल : सपा की कार्यकारिणी में धर्मेन्द्र यादव का नाम क्यों नही शामिल किया गया है ?

सुनील सिंह साजन : इतनी बड़ी पार्टी में 55 लोगो का चुनाव करना कोई आसन काम नहीं है. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी को उनकी जिम्मेदारियां बाँट दी है कि उन्हें क्या करना है. कभी-कभी पद पर रहने वाले से ज्यादा जिम्मेदारी न रहने वालों की होती है.

सवाल : क्या सपा में मुलायम युग खत्म हो चुका है ?

सुनील सिंह साजन : जब भी समाजवाद का नाम लिया जाएगा तो सिर्फ नेताजी को याद किया जायेगा. जब लोग सोचते थे कि समाजवादी खत्म हो जायेंगे तो नेताजी ने सभी को मिलाकर समाजवादी पार्टी बनाई. भाजपा को भी इस समय डर लग रहा है तो समाजवादियों से लग रहा है, ऐसे में बिना नेताजी के सपा सोचना गलत बात होगी.

सवाल : मुलायम सिंह यादव के साथ अखिलेश यादव दिखाई दिए थे मगर लिस्ट में जगह नहीं दी गयी, ऐसा क्यों ?

सुनील सिंह साजन : नेताजी ने कहा था कि देश के बड़े नेता ने कहा है कि जो बाप का ना हुआ, वो बेटे का क्या होगा क्योंकि नेताजी खुद जान गए थे कि उनसे बड़ा झूठा इस देश में कोई नहीं है. ऐसा न होता तो नेता जी खुद राष्ट्रे अध्यक्ष जी के साथ क्यों आते.

सवाल : लखनऊ मेट्रो अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था ऐसे में जो अब हो रहा क्या वो सही है ?

सुनील सिंह साजन : योगी जी सीएम हैं और उन्होंने देखा कि अखिलेश यादव ने मेट्रो को हरी झंडी दिखाई तो मैं भी दिखाऊंगा. फिर उन्हें याद आया कि अखिलेश जी ने एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया था तो मुझे भी करना है तो सीएम एक छोटे बच्चे की तरह जिद करते हुए दिख रहे हैं. जो अखिलेश यादव ने किया वो मुझे भी करना है.

सवाल : योगी सरकार के 6 महीने के कार्य को आप कितने नंबर देते हैं ?

सुनील सिंह साजन : सरकार को नंबर हम नहीं जनता देगी. कितनी जगह पर 24 घंटे बिजली आ रही है, व्यापारी GST से कितना परेशान है, कितने गरीब भूखमरी की कगार पर आ गए हैं तो देश और प्रदेश की जनता अब उन्हें नंबर देगी.

सवाल : क्या यूपी पुलिस जो एनकाउंटर कर रही है वो सभी फेक है ?

सुनील सिंह साजन : अपराधियों के खिलाफ जब कार्यवाई होगी तो कोई नहीं बोलेगा मगर पुलिस जब निर्दोष लोगो से वसूली करेगी तो हमें बोलना पड़ेगा.

सवाल : स्वास्थ्य मंत्री का बयान कि अगस्त में मौतें होती रहती हैं तो क्या आपकी सरकार मेबं ऐसा हुआ था जो पहले सामने नहीं आया, अब आया है ?

सुनील सिंह साजन : जब बच्चों की मौत हुई तो आप उसे नहीं रोक पाए. ऐसे में गलती स्वीकार करने की जगह ज्योतिषी बन कर भविष्यवाणी करने लगे, पहले बार ऐसा फार्मूला लेकर भाजपा आयी है. ये सब इससे पहले तो कोई नहीं जानता था.

सवाल : इलाहाबाद छात्रसंघ के चुनाव में सपा का प्रदर्शन अच्छा रहा, इस पर क्या कहेंगे ?

सुनील सिंह साजन : देश के सभी पढ़े-लिखेलोगो ने नरेंद्र मोदी के न्यू इंडिया को नकार दिया है. इसी लिए उन्हें हार मिली है. पिछली बार जीतने पर भाजपा ने कहा था कि 2017 का जनादेश हमें मिल गया है तो अब भाजपा इसे 2019 का जनादेश क्यों नहीं मान रही है.

सवाल : चुनाव में सपा-कांग्रेस के गठबंधन के बाद से राहुल गाँधी नहीं दिखाई दिए, ऐसा क्यों ?

सुनील सिंह साजन : दोनों पार्टियों में गठबंधन चुनाव के लिए हुआ था अब जब अगला चुनाव होगा तो दोनों पार्टियाँ तय करेंगी कि गठबंधन करना है कि नहीं, अगर गठबंधन हुआ तो दोनों साथ दिखाई देंगे.

https://youtu.be/t9iwWH-QH_g

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