भारतीय जनता पार्टी ने यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कानून-व्यवस्था समेत रोजगार की कमी के मुद्दे को भी प्रमुखता से उठाया था। योगी सरकार ने देर से ही सही रोजगार की समस्या पर ध्यान देना शुरू किया है। इसी क्रम में सूबे के मुख्य सचिव राजीव कुमार ने विभागों में खाली पड़े पदों की जानकारी(unemployment data) सभी विभागों से मांगी थी।
खाली पदों के आंकड़े चौंकाने वाले(unemployment data):
- सूबे के मुख्य सचिव राजीव कुमार ने सभी विभागों से उनके खाली पड़े पदों की जानकारी मांगी थी।
- जिसके बाद सभी विभागों द्वारा जो आंकड़े पेश किये गये हैं, वे चौंकाने वाले हैं।
- यह आंकड़े सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिवों ने पेश किये हैं।
- मुख्य सचिव ने पत्र भेजकर 2017-18 और 2018-19 के लिए विभागों में खाली पदों की जानकारी मांगी थी।
- सूत्रों के मुताबिक, मुख्य सचिव को जवाब में मिले आंकड़ों की हकीकत चौंकाने वाली है।
- सिर्फ पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में आधे से अधिक पद खाली पड़े हुए हैं।
- पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में कुल 443 पद हैं जिनमें से 248 पद खाली पड़े हुए हैं।
- इसके साथ ही संसदीय कार्य विभाग में 30 पदों में से 7 पद खाली पड़े हुए हैं।
किस केटेगरी के कितने पद खाली(unemployment data):
- प्रदेश के मुख्य सचिव ने सभी विभागों से खाली पड़े पदों की जानकारी मांगी थी।
- जिसके तहत पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग और संसदीय कार्य विभाग ने अपनी जानकारी मुख्य सचिव को दे दी है।
- जिसके तहत पिछड़ा वर्ग आयोग में सामान्य वर्ग के 145,
- अनुसूचित जाति के 50,
- पिछड़ा वर्ग के 53 पद खाली हैं।
- इसके साथ ही सामान्य वर्ग के केटेगरी-2 के 16 पद,
- केटेगरी- 3 के 114 पद और,
- केटेगरी-4 के 13 पद खाली हैं।
- अनुसूचित वर्ग के केटेगरी-2 के 3 और,
- केटेगरी- 3 के 47 खाली हैं।
- विभागों में अन्य पिछड़ा वर्ग में केटेगरी-2 के 13 पद और केटेगरी-3 के 40 पद खाली हैं।
- मुख्य सचिव द्वारा जानकारी लिए जाने के बाद आगामी 2 सालों में इन पदों पर भर्ती होनी है।
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