सीएम योगी सदन में बजट को लेकर विपक्ष के सवालों का जवाब दिया था. उन्होंने विपक्ष पर हमला भी बोला था. जिसको लेकर आज सदन में हंगामा हुआ. रामगोविंद चौधरी (ramgovind chaudhary) ने सदन में सीएम के भाषण पर कहा कि उनके भाषण से विपक्ष का अपमान हुआ है. सदन में विपक्ष ने आरोप लगाया कि उनका माइक बंद कर दिया गया और उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है.

इसको लेकर सदन में स्पीकर ह्रदय नारायण दीक्षित ने मामले को सुलझाने की कोशिश की और उन्होंने विपक्ष को समझाने की कोशिश की.

दोनों पक्ष मेरे लिए समान:

  • उन्होंने कहा कि पक्ष और विपक्ष मेरे लिए दोनों आदरणीय है.
  • विपक्ष सदन की कार्रवाही में हिस्सा ले, मुझे विश्वास है विपक्ष सदन में आएगा.
  • नेता विपक्ष का माइक बंद नही किया गया था.
  • आज विपक्षी दलों से निवेदन किया है कि विधायी कार्यों को सदन में पूरा कराएं.
  • नेता प्रतिपक्ष का माइक बन्द नही किया गया था और ऐसी कोई बात नहीं हुई.
  • वहीँ PETN पर उन्होंने कहा कि जब तक मैं पूरी रिपोर्ट ना जान लूं तब तक पदार्थ संदिग्ध ही है.
  • वहीँ सुरेश खन्ना ने भी विपक्ष पर हमला बोला.
  • उन्होंने कहा कि जिस प्रकार की भाषा और उदाहरण नेता विपक्ष ने पेश किए क्या वो संसदीय थे.
  • आज विपक्ष ने अपनी बात तो कही लेकिन हमारा पक्ष सुने बिना ही चले गए.
  • विपक्ष अपनी ज़िम्मेदारी का निर्वहन नही कर रहा है.
  • सरकार के तरफ से कोई अहंकार नही है.
  • विपक्ष अपने फैसले पर फिर विचार करें.
  • विस्फोटक पर एक एक्सपर्ट की राय के आधार पर कार्यवाई की गई थी.
  • विपक्षी पार्टियां अपनी जिम्मेवारी से भाग रही .
  • मुख्यमंत्री ने कभी किसी को अपमानित नही किया.
  • CBI जांच की बात को पहले भी संज्ञान में लिया गया था.
  • जांच कराना गलत बात है और हमनें इस मामले को गंभीरता से लिया था.
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