एमएलसी नामों को लेकर राजभवन और राज्य सरकार के बीच लम्बे समय से चला आ रहा गतिरोध आखिरकार समाप्त हो गया है। राज्यपाल राम नाइक ने राजपाल कश्यप के नाम पर मंजूरी दे दी है, और उनका नाम विधान परिषद के लिए नामित किया है।
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज उत्तर प्रदेश विधान परिषद के 3 रिक्त पदों पर नये सदस्यों के नाम निर्देशन हेतु मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा भेजे गये तीनों नामों (1) डॉ0 राजपाल कश्यप (समाज सेवा), (2) अरविंद सिंह (समाज सेवा), (3) डॉ0 संजय लाठर (समाज सेवा एवं साहित्य) पर अपनी सहमति प्रदान कर दी है। राज्यपाल के अनुमोदन हेतु पत्रावली 25 अप्रैल, 2016 देर शाम को राजभवन प्रेषित की गयी थी।
मालूम हो कि राजभवन से राजपाल कश्यप का नाम पहले तीन बार वापस हो चुका है। राज्यपाल ने मत्स्य विभाग निगम के अध्यक्ष राजपाल कश्यप के पुराने मुकदमों के बारे में जानकारी मांगी थी। लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष राजपाल कश्यप के ऊपर कई मुकदमे लंबित थे। सरकार ने उनके नाम के साथ यह जानकारी भेजी थी उनके ऊपर दर्ज मुकदमे समाप्त हो चुके हैं। जिस पर राम नाइक ने पूछा था कि मुकदमा खत्म होने के 90 दिन हुए हैं या नहीं?
विधि नियमों के तहत पीड़ित पक्ष को 90 दिन के भीतर अपील करने की अनुमति होती है, सरकार द्वारा बताया गया कि इस समयावधि में भी पीड़ित द्वारा कोई अपील नहीं की गई है। उसके बाद राजभवन ने राजपाल कश्यप के नाम पर अपनी संस्तुति प्रदान कर दी।