खतौली रेलवे स्टेशन के पास उत्कल एक्सप्रेस अचानक डिरेल हो गई. इस घटना में 23 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है. वहीँ हादसे में अबतक 156 लोगों के घायल होने की पुष्टि हो चुकी है. वहीं स्थानीय लोगों ने मौके पर मदद की और जरुरतमंदों को खाना, पीने का पानी आदि उपलब्ध कराया. पूरे घटनाक्रम पर रेल राज्यमंत्री (manoj sinha) का बयान आया है.
घायलों को अच्छी चिकित्सा सुविधा दी जाएगी:
- वहीँ रेल हादसे पर रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा का बयान आया है.
- उन्होंने कहा है कि घायलों को अच्छी चिकित्सा सुविधा दी जाएगी.
- उन्होंने कहा कि जितने लोग घायल हैं पहले उनको बचाने की कोशिश की जा रही है.
- उनको अच्छी से अच्छी चिकित्सा उपलब्ध करायी जाएगी.
- 40 लोग सिविल अस्पताल में भर्ती हैं.
- 25 लोग मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं.
- कुछ लोगों को मेरठ मेडिकल में भी भर्ती किया गया है.
- तीनो जगह रेलवे के अधिकारी देखरेख के लिए तैनात हैं.
- मृतकों के परिजनों को 3.5 लाख रु की आर्थिक मदद दी जाएगी.
- गंभीर रूप से घायलों को 75 हजार और सामान्य रूप से घायलों को 25 हजार रुपए दिए जायेंगे.
- उन्होंने कहा कि भगवान से प्रार्थना करते हैं कि ये लोग जल्दी ठीक हों.
- घटना की जांच करायी जायेगी.
मरम्मत कार्य ने छीन ली जिंदगियां:
- वहीँ इस हादसे के कारणों को लेकर जो बातें सामने आयी हैं, उसमें रेलवे की लापरवाही ही नजर आती है.
- डीआरएम आर एन सिंह ने स्वीकार किया कि उक्त ट्रैक पर मरम्मत कार्य चल रहा था.
- लेकिन उन्होंने इसे नियमित कार्य कार्य कहकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की.
- उन्होंने कहा कि हादसे की जाँच के आदेश रेल मंत्री ने दे दिए हैं.
- लिहाजा वो इस मामले पर ज्यादा कुछ नहीं कहेंगे.
- हालाँकि उन्होंने ये भी बताया था कि ट्रेन की रफ़्तार 100 किमी प्रति घंटे की रही होगी.
रेलवे को जर्जर ट्रैक की कई बार दी जा चुकी है जानकारी:
- दिल्ली-सहारनपुर के मेरठ लाइन के जर्जर स्थिति की खबर रेलवे को पहले से ही थी.
- कई बार रेलवे को ख़बरों के जरिये ये बताया जा चूका था कि उक्त ट्रैक की हालत गंभीर है.
- स्थानीय लोगों ने भी इसकी शिकायत की थी.
- लेकिन रेलवे के कान पर जू तब तक नहीं रेंगता जबतक कोई हादसा नहीं होता.
- इसी लापरवाही का नतीजा रहा कि 23 जानें एक झटके में ही चली गई.
- वहीँ कई अभी भी जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं.
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