एनटीपीसी में हुए भयावह हादसे में 24 लोगों की मौत हो गई जबकि सैकड़ों लोगों की बॉयलर फटने से झुलसकर चमड़ी उधड़ गई। इस हादसे के बारे में जो कोई भी सुनता है और तस्वीरें देखता है उसकी आत्मा झकझोर कर रख देती है। कुछ बुद्धिजीवियों ने हादसे पर दुःख जताते हुए कहा कि दलाली और भ्रष्ट लोगों ने जुगाड़ लगाकर नौकरी पा ली। इन दलालों ने सैकड़ों गरीब लोगों को ऐसी जिंदगी दी कि उनका जीना दुस्वार बन गया। (NTPC officials)
NTPC ब्लास्ट: 3 घायलों को ग्रीन कॉरिडोर से भेजा एम्स
श्रमिकों की मौत ऐसी कि जल्लाद कांप जाये
- एनटीपीसी हादसे में इन भ्रष्टाचारियों ने अभी तक 26 श्रमिकों को ऐसी मौत दी कि खुद जल्लाद भी खौफ खाये।
- लोगों को सरकार जो इलाजी और मुआवजी मरहम लगा सकती है लगा रही है।
- लेकिन सवाल ये है कि एनटीपीसी के अधिकारियों को एयर लिफ्ट के जरिये ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एम्स दिल्ली भेजा गया और गरीब मजदूरों को सरकारी अस्पतालों में मरने के लिए छोड़ दिया गया।
- यहां ये श्रमिक जिंदगी मौत से जूझ रहे हैं।
- आज के युग में इंसान इतना गिर गया है कि इंसान को कुत्तों जितना भी नहीं समझते।
- मृतकों के परिवार वालों के मुंह से हाय निकल रही है कि अब यही गरीब और इनकी मौत बनकर सभी साहबों को बाकी बचे बॉयलर में उबाल कर गिद्धों को खिला दें तब भी पाप नहीं होगा।
- ऊंचाहार की इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।
- रायबरेली से लेकर लखनऊ तक के अस्पतालों में हाहाकार मचा हुआ है।
- इस हादसे पर जहां राजनीतिक दल सियासी रोटियां सेंकने के लिए सोच रहे हैं।
- वहीं सरकार मुआवजे का मरहम मृतकों के घरवालों के लगा रही है।
रायबरेली: ऊंचाहार एनटीपीसी हादसे में 26 की मौत, 200 से अधिक श्रमिक घायल
3 घायलों को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर भेजा गया AIIMS
- लखनऊ पुलिस ने गुरुवार सुबह 11:00 बजे एनटीपीसी हादसे में झुलसे तीन अधिकारियों को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर दिल्ली एम्स भेजा।
- ग्रीन कॉरिडोर के जरिये SIPS से एयरपोर्ट तक ट्रैफिक को पूरी तरह से रोका गया।
- एम्बुलेंस को एयरपोर्ट तक पहुंचने में 20 मिनट का समय लगा।
- अमौसी एयरपोर्ट से विशेष विमान से एनटीपीसी के 3 घायलों को इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया है।
- इस दुखद हादसे पर प्रधानमंत्री से लेकर गृहमंत्रालय तक की नजर बनी हुई है।
रायबरेली: ऊंचाहार में NTPC का बॉयलर फटने से 200 श्रमिक घायल
छठी इकाई में हुआ था तेज धमाका
- रायबरेली एनटीपीसी ऊंचाहार की छठवीं यूनिट में बुधवार दोपहर बाद बिजली उत्पादन के दौरान ब्वायलर की ऐश पाइप में विस्फोट हो गया।
- लगभग दो सौ से ज्यादा अधिकारी, कर्मचारी व श्रमिक जलती हुई राख की चपेट में आ गए।
- हादसे में 24 लोगों की मौत हो चुकी है। (NTPC officials)
- 100 से ज्यादा घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
- अब भी बड़ी संख्या में श्रमिकों के राख में दबे होने की सूचना है।
- एनडीआरएफ की टीम सर्च ऑपरेशन में जुटी है।
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कई राज्यों के रहने वाले हैं मृतक
- मृतकों में उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के लोग शामिल हैं।
- हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सांसद सोनिया गांधी ने शोक संवेदना व्यक्त किया है।
- यूपी सीएम ने प्रमुख सचिव गृह को हादसे के पीड़ितों को हर संभव राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
- मृतकों के लिए सीएम की ओर से मृतक आश्रितों के लिए दो-दो लाख और गंभीर घायलों 50-50 हजार तथा सामान्य घायलों को 25-25 हजार रुपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
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90 फीट ऊंचाई पर हुआ विस्फोट
- नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन (एनटीपीसी) ऊंचाहार परियोजना के संयंत्र क्षेत्र में नवनिर्मित पांच सौ मेगावाट क्षमता की छठी इकाई में बिजली उत्पादन का काम चल रहा था।
- दोपहर कर्रीब साढ़े तीन बजे ब्वायलर की ऐश पाइप में अचानक तेज आवाज के साथ धमाका हो गया। (NTPC officials)
- लगभग 90 फीट ऊंचाई पर विस्फोट हुआ और प्लांट के चारों ओर गर्म राख फैल गई।
- ब्वायलर के आसपास दो सौ से ज्यादा एनटीपीसी के कर्मचारी, अधिकारी व निजी कंपनी के श्रमिक काम में जुटे थे।
- ये सभी राख की चपेट में आ गए।
- हादसे की सूचना पर एनटीपीसी प्रबंधन सक्रिय हुआ।
- गर्म राख को हटाकर घायलों को बाहर निकालने का काम शुरू हुआ।
- सबसे पहले घायलों को एनटीपीसी अस्पताल लाया गया।
- फिर यहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें रायबरेली या लखनऊ रेफर किया जाने लगा।
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500 मेगावाट की यूनिट में हुआ था ब्लास्ट
- जानकारी के मुताबिक, यह हादसा एनटीपीसी ऊंचाहार की 500 मेगावाट की छठी यूनिट हुआ है।
- इस हादसे में 25 लोगों को एनटीपीसी अस्पताल में भर्ती कराकर उपचार कराया जा रहा है।
- शेष घायलों को निकाला गया और निकट के अन्य अस्पतालों सहित लखनऊ के बलरामपुर, सिविल, ट्रॉमा और सिप्स में भर्ती कराया गया।
- अधिकारियों ने यूनिट को सील कर दिया है।
- वहां किसी को जाने की अनुमति नहीं है। (NTPC officials)
- वहीं देर रात उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना और स्वामी प्रसाद मौर्या भी सिविल अस्पताल में घायलों को देखने के लिए गए थे।
https://youtu.be/zt42HRCNL2U