मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने 15 जून तक उत्तर प्रदेश की सड़कों (smooth roads) को गड्ढ़ा मुक्त करने के पीडब्ल्यूडी विभाग को निर्देश दिए हैं।
- क्या यह सड़कें (smooth roads) सीएम द्वारा दी गई डेड लाइन तक गड्ढ़ा मुक्त हो पायेंगी?
- इसकी हकीकत आप तक पहुंचाने के लिए uttarpradesh.org की टीम राजधानी के 9 विधानसभा क्षेत्रों में जाकर गड्ढ़े वाली सड़कों का जायजा ले रही है।
- इन सड़कों को 15 जून के बाद हम फिर से निरीक्षण करेंगे।
- फिर हम 15 जून के बाद भी इन सड़कों (smooth roads) का निरीक्षण कर देखेंगे कि सीएम के निर्देशों का अधिकारियों ने कितना पालन किया। पेश है एक रिपोर्ट…
https://youtu.be/WRkZQgUvvT4
भरत नगर मड़ियांव का खस्ता हाल
- मड़ियांव रेलवे स्टेशन से कुछ दूर आगे मंदिर के पास से एक रास्ता (smooth roads) भरत नगर को जाता है।
- इस रास्ते पर जाते ही आप गड्ढ़ों से रूबरू हो जायेंगे।
- यहां की सड़क ख़राब (smooth roads) तो है ही साथ में नालियों की सफाई ना होने से गंदगी की भरमार है।
- स्थानीय निवासियों का आरोप है कि क्षेत्र की सभासद चुनाव जीतने के बाद से कभी भी मोहल्ले में झांकने तक नहीं आईं।
- यहां के रहने वाले एसएस द्विवेदी, मनीष, विशाल, रमेश, कविता, अविनाश, राम देवी, शिवराज सहित कई लोगों ने बताया कि क्षेत्र में सफाई कर्मी कभी झांकने नहीं आता।
- अगर आता भी है तो गंदगी साफ करके सड़क किनारे डाल देता है जो फिर से नालियों में चली जाती है।
- इसके चलते क्षेत्र में संक्रमण का खतरा बना हुआ है।
- अब बरसात का मौसम आने वाला है, बारिश में यहां की स्थिति और गंभीर हो जाती है।
- लेकिन इन लोगों ने कई बार सड़क (smooth roads) बनवाने के लिए सभासद और विधायक से संपर्क किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
ये भी पढ़ें- मेट्रो स्टेशन पर पान-मसाला खाने वालों पर लगेगा 200 रुपये का जुर्माना!
न्यू शंकर पुर कॉलोनी में गंदगी की भरमार
- मड़ियांव कोतवाली के आगे ओवर ब्रिज समाप्त होने के बाद न्यू शंकरपुर कॉलोनी पड़ती है।
- यहां की हालत देख कर आप के होश उड़ जायेंगे।
- इस कॉलोनी में बजबजाती नालियां और सड़कों पर भरा गंदा पानी प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान की पोल खोल रहा है।
- भले ही सीएम ने खुद झाड़ू पकड़कर स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाते हुए एक जागरूकता संदेश दिया हो लेकिन इस कॉलोनी में यह सरकार के दावों की हवा निकाल रही है।
ये भी पढ़ें- देखिए लखनऊ मेट्रो स्टेशन की पहली तस्वीर, हाईटेक फीचर्स से है लैस!
सभी घरों में घुसता है पानी
- वैसे इस कॉलोनी की सड़कें तो खराब हैं ही।
- लेकिन नालियों का गंदा पानी यहां के रहने वाले लोगों के घरों में पहुंच रहा है।
- इस कॉलोनी में रहने वाले वरिष्ठ नागरिक सुरेश कुमार यादव ने बताया कि इसकी शिकायत महापौर से भी की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
- लोगों के ऊपर संक्रमण का भी खतरा बना हुआ है।
- नतीजन वरिष्ठ नागरिक के घर को जाने वाले मार्ग पर गंदा पानी इतना भरा है कि ईंटें डालकर उनपर से गुजरना पड़ता है।
- स्थानीय लोगों का कहना है कि कॉलोनी की सड़क व नाली की ढ़ाल को मुख्य सड़क की तरफ करवाकर पीछे बने मुख्य नाले में जोड़ दी जाये।
- इससे सैकड़ों लोगों की परेशानियां दूर हो जायेंगी।
ये भी पढ़ें- चौथी मेट्रो ट्रेन चेन्नई से हुई रवाना, 10 दिन में पहुंचेगी लखनऊ!
बीकेटी में सड़कों का हाल बुरा
- यूपी सरकार ने प्रदेश की सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त करने के लिए 15 जून की डेडलाइन दी है।
- इसकी पड़ताल करने के लिए हमारी टीम जब बख्शी का तालाब (बीकेटी) क्षेत्र में पहुंची।
- यहां हाइवे किनारे की सड़कें तो चमचमा रही हैं।
- लेकिन जब मुख्य सड़क से अंदर जायेंगे तो कई गावों में सड़कों की हालत खस्ता है।
- इस सड़कों पर गड्ढ़े होने से चलना दूभर है जबकि कई मार्गों पर खड़ंजा तक नहीं है।
- इस संबंध में जब हमने बीकेटी के विधायक अविनाश त्रिवेदी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सड़कों के निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी काम कर रहे हैं।
- सीएम के निर्देश के अनुसार 15 जून तक सभी सड़कें गड्ढ़ा मुक्त हो जायेंगी।
ये भी पढ़ें- …तो क्या कहीं बाहर से हत्या करके फेंका गया था IAS अनुराग तिवारी का शव!
942 करोड़ रुपये हो चुके जारी
- यूपी अतिरिक्त मुख्य सचिव पीडब्ल्यूडी, सदकांत ने बताया कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने पिछले दिनों प्रदेश की सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त करने के लिए 942 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं।
- उन्होंने कहा कि सीएम का मनना है कि 15 जून के बाद अगर को प्रदेश में प्रवेश करता है, तो उसे वाहन चलाते समय महसूस होना चाहिए कि यहां की सड़कों पर आसानी से ड्राइव करने का अनुभव मिल रहा है।
ये भी पढ़ें- आईएएस अनुराग तिवारी केस में पुलिस ने किया क्राइम सीन का रिक्रिएशन!
यूपी में हैं 2.1 लाख किलोमीटर की सड़कें
- उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में पीडब्ल्यूडी विभाग 2.1 लाख किलोमीटर की सड़कों का प्रबंधन करता है।
- चूंकि आदित्यनाथ ने सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त करने की समय सीमा 15 जून तय कर दी है।
- इसके बाद से विभाग में खलबली मची हुई है।
- हालांकि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के विभाग ने लगभग 60,000 किलोमीटर की सड़कों की पहचान करने के लिए अथक प्रयास किया है जोकि परीक्षण में असफल रहे हैं।
- 3,000 करोड़ रुपये का बजट 60,000 किलोमीटर जिले और गांव की सड़कों की मरम्मत के लिए आवश्यकता है।
- उन्होंने कहा कि यह नवीकरण का काम 15 जून तक पूरा कर लिया जायेगा।
ये भी पढ़ें- बीकेटी में बदमाशों ने डाली डकैती, एक को मारी गोली!
चुनावी भाषण के भाजपा ने किया था वादा
- उत्तर प्रदेश में अपने चुनाव भाषणों में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए पूर्व सपा सरकार पर बयान बाजी की थी।
- उन्होंने कहा था कि सपा सरकार ने राज्य के अन्य सड़कों को दयनीय हालत में छोड़ दिया, जिससे यात्रियों ने उन पर चलने में लंबा समय लग रहा है।
- यह सच है कि सामान्य रखरखाव केवल चुनिंदा सड़कों पर ही हो रहा था।
- जिला सड़कों और ग्रामीण सड़कों को नहीं रखा गया था और गड्ढे से भरे हुए हैं।
- पीडब्ल्यूडी के खिलाफ अनुचित कार्य के लिए शिकायत भी हुई है।
- इसके बाद भाजपा सरकार बनी और अब इन सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त बनाने के लिए एक योजना के तहत काम किया जा रहा है।
[ultimate_gallery id=”77864″]
ये भी पढ़ें- मेट्रो में नौकरी दिलाने के नाम पर 22 लाख की ठगी!