यूपी के वाराणसी जिले में एक निजी अस्पताल में काम करने वाली महिला के उत्पीड़न की पिछले दिनों uttarpradesh.org ने खबर ‘मोदी के गढ़ में सुरक्षित नहीं महिलाएं, अस्पताल के अंदर हुआ उत्पीड़न’ शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित की थी।
- इस खबर का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी।
- जांच में दोषी पाये जाने पर पुलिस ने अभियुक्त अमित कुमार पांडेय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
- जबकि अभी तीन अभियुक्त अभी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
यह है पूरा मामला
- जानकारी के मुताबिक, वाराणसी लंका थाना क्षेत्र में एपेक्स अस्पताल स्थित है।
- यहां पिछले पांच साल से पूजा सिंह (काल्पनिक नाम) कैंसर विभाग में रेडियंस टेक्नोलोजिस्ट के पद पर कार्यरत हैं।
- पूजा का आरोप है कि अस्पताल में कार्य करने वाले सहयोगी अमित पांडेय, राकेश कुमार और फार्मासिस्ट अजय यादव उनके साथ आये दिन अभद्रता करते थे।
- पीड़िता ने बताया कि यह तीनों 2014 से उसके साथ अभद्र व्यवहार कर उसे मेंटल टार्चर करते थे।
- कई बार उसके साथ अश्लील हरकत भी कर चुके हैं।
- वह इनकी हरकतों को नजरंदाज करती रही।
- लेकिन बर्दास्त से बाहर तब हो गया जब इन तीनों ने अस्पताल के मालिक डॉ. एसके सिंह की मिलीभगत उसका सौदा तय कर दिया।
- इतना ही नहीं उसे अकेला पाकर मोबाइल पर अश्लील वीडियो दिखाने लगे और अश्लील बातों के साथ उसे अकेला पाकर दबोचने की कोशिश करने लगे।
- पीड़िता को इसकी भनक लगी तो उसने अस्पताल प्रशासन से शिकायत की लेकिन उसकी किसी ने न सुनी बल्कि उसे नौकरी से निकालने की धमकी दी गई।
- पीड़िता ने यह सारी बातें अपने पति को बताईं तो वह अस्पताल शिकायत करने पहुंचे तो आरोपितों ने उन्हें धमकाया और गाली-गलौज किया।
- पीड़िता ने इसकी पुलिस से शिकायत की लापरवाह पुलिस ने भी एक न सुनी।
- मामला मीडिया में आने के बाद लंका थाना प्रभारी ने हल्की धाराओं में केस दर्ज कर मामला रफा-दफा करने की कोशिश की थी।
- लेकिन अब पुलिस ने एक अभियुक्त अमित कुमार पांडेय को सलाखों के पीछे भेज दिया।
अस्पताल का मालिक धमकी देकर बना रहा केस वापस लेने का दबाव
- पीड़िता ने इस संबंध में बताया कि एक अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद अभी बाकी के तीन आरोपित इनमें एपेक्स अस्पताल का मालिक संतोष कुमार सिंह और राकेश कुमार, अजय यादव उसे धमकी दे रहे हैं।
- पीड़िता का कहना है कि रसूख रखने वाले यह दबंग उसे धमकाकर मुकदमा वापस लेने का दवाब बना रहे हैं।
- इस मामले में तेज तर्रार दुर्गाकुंड चौकी इंचार्ज तारावती यादव ने एक आरोपित को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया, जबकि शेष की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
- धाराएं 294, 504, 506, 354 आईपीसी की समान लगीं हैं फिर भी दबंग खुलेआम घूम रहे हैं।
- पीड़िता की जान को भी खतरा है उसने पुलिस महानिदेशक से आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और जान की सुरक्षा की गुहार लगाई है।
- वहीं अस्पताल के मालिक ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि महिला के आरोप बेबुनियाद हैं, अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, अगर कर्मचारी दोषी हों तो कार्रवाई की जाये।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें
Tags
#294
#354 IPC
#354 आईपीसी
#504
#506
#Ajay Yadav
#Amit Kumar Pandey
#Apex Hospital
#arrested
#danger
#Director General of Police
#Dr. SK Singh
#his stronghold
#jail
#khabar ka asar varanasi
#mental torture
#obscene acts
#pharmacist
#police station Lanka
#prosecution
#protected women
#radians Teknolojist
#rakesh kumar
#the oppression inside the hospital "
#Varanasi district
#women harassment in apex hospital varanasi
#अजय यादव
#अमित कुमार पांडेय गिरफ्तार
#अश्लील हरकत
#अस्पताल के अंदर उत्पीड़न'
#एपेक्स अस्पताल
#जान को खतरा
#जेल
#डॉ. एसके सिंह
#पुलिस महानिदेशक
#फार्मासिस्ट
#मुकदमा दर्ज
#मेंटल टार्चर
#मोदी का गढ़
#राकेश कुमार
#रेडियंस टेक्नोलोजिस्ट
#लंका थाना
#वाराणसी जिला
#सुरक्षित नहीं महिलाएं
Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.