उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार 25 अक्टूबर को सूबे के वाराणसी जिले के दौरे(yogi varanasi visit) पर रवाना हुए थे, जिसके तहत मुख्यमंत्री आदित्यनाथ वाराणसी पहुँच चुके हैं, दौरे के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलिकॉप्टर वाराणसी जिले की पुलिस लाइन में बने हेलीपैड पर उतरा था। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सांस्कृतिक संकुल पहुंचे थे, जहाँ उन्होंने किसानों को फसली ऋण मोचन कार्यक्रम में शिरकत की और किसानों को प्रमाण पत्र बाँटें थे, इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 141 योजनाओं का भी लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम का संबोधन भी किया। संबोधन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ डोमरी गाँव में मोरारी बापू से रामकथा सुनने के लिए रवाना हुए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संबोधन के मुख्य अंश(yogi varanasi visit):
काशी विकास की नई ऊँचाइयाँ छूने को लालायित(yogi varanasi visit):
- ठुमरी गायकी को उचाईयों पर ले जाने वाली गिरिजा देवी को शासन की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
- सांस्कृतिक संकुल का नाम अब गिरिजा देवी के नाम पर होगा।
- जिसके लिए जल्द ही प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
- काशी विकास की नई ऊंचाई को छूने के लिए लालायित दिखाई दे रहा है।
- केंद्र और राज्य सरकार की लोककल्याण की योजनाओं को समय-समय पर मॉनिटर करना हमारा काम है।
PM मोदी देश के अभिभावक(yogi varanasi visit):
- काशी की गलियां ही काशी की पहचान हैं।
- गालियां विकसित हों, बुनियादी सुविधाएं दी जाएं, सरकार इसपर कार्य कर रही है।
- शौचालय को इज्जत घर बुलाना भले ही बिजनौर से शुरू हुआ हो,
- लेकिन इसकी पहचान काशी की धरती से पीएम मोदी के द्वारा ही हुई।
- पीएम मोदी एक अभिभावक के रूप में देश को आगे ले जा रहे हैं।
- काशी की विरासत को हमने आधुनिकता से जोड़ने का काम शुरू किया है।
- पिछली सरकारों द्वारा केंद्र की योजनाओं को जानबूझकर पूरा नहीं किया गया।