लखनऊ रीजन के कई डिपो में बसों की सफाई-धुलाई का काम कर रही। फर्म द्वारा बसों की सही से सफाई-धुलाई न कर पाने की कई शिकायतें मिलने के बाद लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह ने फर्म को नोटिस जारी कर दिया। नोटिस में फर्म स्वामी को एक महीने का समय दिया गया है। इस एक महीने में फर्म को अपने कामकाज में सुधार लाना होगा। अगर ऐसा कर पाने में फर्म नाकाम रहती है तो एक महीने बाद फर्म का टेंडर निरस्त कर दिया जाएगा।
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फर्म को जारी किया नोटिस
- मेसर्स भूतपूर्व सैनिक समिति फर्म उप्र परिवहन निगम के कई डिपो में बसों की सफाई-धुलाई का काम करती है।
- लखनऊ रीजन के कैसरबाग व अवध डिपो में भी कंपनी काम कर रही है।
- पिछले काफी समय से बसों की सही सफाई-धुलाई न होने के चलते सडक़ पर सैकड़ों बसें बिना धुले ही भेजी जा रही हैं।
- इसकी शिकायत परिवहन मंत्री से लेकर परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक को भी प्राप्त हुई हैं।
- हाल ही में एक ऐसा वीडियो भी सामने आया जिसमें बसों की सफाई बाशिंग पाउडर की जगह मिट्टी से की जा रही थी।
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- इससे बसों की बॉडी के साथ ही चमक भी फीकी पड़ती जा रही है।
- इसके अलावा अनुबंध के नियमों के मुुताबिक कंपनी काम भी नहीं कर रही थी।
- एक दिन में जितनी बसें धुलनी होती थीं उससे काफी कम बसों की सफाई-धुलाई की जा रही थी।
- कंपनी के काम से नाराज लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह ने मेसर्स भूतपूर्व सैनिक समिति को नोटिस जारी किया।
- साथ ही एक महीने में कामकाज सुधारने का निर्देश दिया।
- इसमें नाकाम रहने पर एक महीने बाद हरहाल में कंपनी का ठेका निरस्त करने की बात कही।
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