लखनऊ विवि में जीएसटी सर्टिफिकेट कोर्स में प्रवेश के लिए कुल 160 सीटें निर्धारित की गई थीं, जिसमें बीते दो दिनों की आखिरी काउंसिलिंग के बाद सारी सीटें भर गई हैं। कोर्स से जुड़े फैकल्टी के अनुसार विवि में जीएसटी कोर्स में एडमिशन के लिए तकरीबन 1500 आवेदन आये थे। देश में एक देश, एक मार्केट व एक टैक्स की तर्ज पर जुलाई 2017 से जैसे ही जीएसटी टैक्स सिस्टम लागू किया गया, उसके तहत लविवि ने भी अपने यहां जीएसटी शार्ट टर्म कोर्स की शुरूआत की।
ये भी पढ़ें :लविवि के फाइन आर्ट्स में शुरू होंगे दो नये कोर्स!
कोर्स की सभी सीटें फुल
- आपको बता दें कि लविवि ने पिछले साल अपने यहां जीएसटी शार्ट टर्म कोर्स की शुरूआत की है।
- जिसके तहत टैक्स ऐंड अकाउंट्स में एक पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरू किया जा रहा है जिसमें जीएसटी भी शामिल है।
- यही नहीं कोर्स से कर प्रणाली विषय में अब आधे से ज्यादा हिस्सा जीएसटी पर ही आधारित होगा।
- नए जीएसटी कोर्स के साथ-साथ लविवि के कामर्स फैकल्टी से संबंधित अन्य कोर्सों के सिलेबस जीएसटी के अनुसार हैं।
ये भी पढ़ें :लविवि : छात्रावास की बढ़ी हुई फीस वापस!
- जैसे एमकॉम सेकंड सेमेस्टर में इंडायरेक्ट टैक्स और इसके चतुर्थ सेमेस्टर में टैक्स प्लानिंग एंड मैनेजमेंट के पेपर में जीएसटी के बारे में पढ़ाया जाएगा।
- इसी प्रकार बीकॉम थर्ड इयर में इनकम टैक्स लॉ ऐंड अकाउंट्स के पेपर में जीएसटी को शामिल किया गया है।
- एमबीए सेकंड सेमेस्टर में वित्तीय प्रबंधन के पेपर में टैक्सेशन के तहत जीएसटी पढ़ाया जाएगा।
- जबकि सेकंड ईयर में जो छात्र फाइनेंशियल मैनेजमेंट में स्पेशलाइजेशन करेंगे उन्हें जीएसटी पढ़ाया जाएगा।
- इकोनॉमिक्स के सिलेबस में भी जीएसटी को जोड़ा गया है।
ये भी पढ़ें : लविवि: अब कूलर और वाशिंग मशीन का भी अलग से होगा चार्ज!
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें