सीएंडडब्ल्यू में काम करने वाला एक रेलवे कर्मी बीते रविवार की रात चोटिल हो गया था। उसी हालत में वह इंडोर अस्पताल पहुंचा था। नशे में धुत रेलवे कर्मी ने पहले तो मौके पर मौजूद रेलवे डॉक्टर से अभद्रता की और फिर रेलवे अस्पताल में जमकर हंगामा काटा था। काफी देर चले इस हंगामे के बाद आरपीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।
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महिलाकर्मी से की थी अभद्रता
- सीएंडडब्ल्यू में हेल्पर के रूप में कार्यरत शानू कुमार नशे की हालत में बाइक से चोटिल होकर गिर गया था।
- उपचार कराने के लिए जब शानू अस्पताल पहुंचा तो वहां पर महिला रेलवे डॉक्टर कर्मी मिली।
- नशे की हालत में थोड़ी देर में ही उसने डॉक्टर महिलाकर्मी से अभद्रता करनी शुरू कर दी।
- मामला इतना बढ़ गया कि सारा काम काज ठप हो गया।
- महिला डॉक्टर ने तुरंत आईपीएफ लोको यशवंत सिंह को फोन कर इसकी सूचना दी।
- जिसके बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर यशवंत सिंह, एसआई मनीष कुमार और कांस्टेबल श्रीराम दिनकर पहुंच गए।
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- और रेलवे काम में बाधा उत्पन्न करने के चलते शानू को गिरफ्तार कर लिया गया।
- हालांकि, महिला डॉक्टर अनंता गुप्ता ने शानू का उपचार किया।
- जिसके बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर यशवंत सिंह द्वारा शानू को बलरामपुर अस्पताल ले जाया गया।
- मेडिकल टेस्ट में एल्कोहल की पुष्टि के बाद आरपीएफ ने उसे गिरफ्तार कर रेलवे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया।
- रेलवे मजिस्ट्रेट ने शानू पर अर्थदंड लगाने के बाद उसे छोड़ा।
घटनाओं से तंग आकर बढ़ाई सुरक्षा
- आरपीएफ लोको इंस्पेक्टर यशवंत सिंह को कई बार ऐसी घटनाओं की जानकारी मिल चुकी थी।
- जिसमे रात में रेलवे कर्मियों द्वारा नशे की हालत में उत्पात मचाया जा चुका था।
- लोको इंस्पेक्टर ने सीएमएस जगदीश चंद्र से बात की और इंडोर अस्पताल की सुरक्षा बढ़ाने की बात कही।
- जिसके बाद यशवंत सिंह ने तीन कर्मियों को दिन में और दो कर्मियों को रात में ड्यूटी पर तैनात कर दिया।
- इंस्पेक्टर यशवंत सिंह ने बताया कि इससे इंडोर अस्पताल में रात व दिन के समय रेलवे कर्मियों द्वारा होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी।
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