तमिलनाडु में नीट के खिलाफ आवाज़ उठाने वाली छात्रा अनीता की खुदकुशी के मामले में सुप्रीम कोर्ट जल्द सुनवाई नहीं करेगा। सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक़ इस मामले में जल्द सुनवाई की ज़रूरत नहीं है।
‘जल्द सुनवाई की ज़रूरत नहीं’-
- तमिलनाडु में अनीता की ख़ुदकुशी मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने जल्द सुनवाई से इनकार किया है।
- कोर्ट का कहना है कि इस मामले में जल्द सुनवाई की आवश्यकता नहीं है।
- वकील जीएस मणि ने सर्वोच्च न्यायालय में दाखिल याचिका में मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
- साथ ही याचिका में कहा गया है कि पूरे मामले की जाँच मद्रास हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में हो।
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मेडिकल में चयन नहीं होने से अनीता ने की आत्महत्या :
- अनीता ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला न मिलने के कारण आत्महत्या कर ली थी।
- अनीता तमिलनाडु स्टेट बोर्ड से बारहवीं की परीक्षा में 1200 में से 1,176 अंक लाई थी।
- मगर नीट की परीक्षा में ज्यादा नंबर लाने में कामयाब नहीं हो पाई।
- कम अंकों की वजह से उसका मेडिकल में चयन नहीं हुआ।
- जिसके कारण अनीता ने आत्महत्या कर ली।
- तमिलनाडु से करीब 300 किलोमीटर दूर अरीयालूर जिले के एक गांव से आने वाली अनीता एक दैनिक श्रमिक की बेटी थी।
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