वामपंथी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की हैदराबाद हो रही बैठक के दौरान बैठक-स्थल तक रैली निकालने की कोशिश करते हुए धरना-प्रदर्शन किया और जीएसटी को वापस लेने की मांग की।
जीएसटी परिषद की 21वीं बैठक-
- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के केंद्रीय सचिवालय के सदस्य के. नारायणा तथा सीपीआई और सीपीआई (मार्क्सवादी) के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
- पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हैदराबाद इंटरनेशनल कंवेशन सेंटर (एचआईसीसी) की तरफ मार्च करने से रोक दिया।
- यहीं जीएसटी परिषद की 21वीं बैठक चल रही है।
- दोनों पक्षों के बीच गरमागरमी के कारण शहर के उच्च सुरक्षा वाले सूचना प्रौद्योगिकी हब हाइटेक सिटी में तनाव देखा गया।
- पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को जबरदस्ती वाहनों में भरकर वहां से हटाया।
- नारायणा ने कहा कि वे वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिलकर जीएसटी के कारण विभिन्न क्षेत्रों को हो रही परेशानियों को लेकर एक ज्ञापन सौंपना चाहते हैं।
- सीपीआई नेता ने दावा किया कि 28 फीसदी के जीएसटी स्लैब से उद्योगों को काफी नुकसान हुआ है और कई इकाइयां बंद हो गई है।
- इस कारण लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं।
- केंद्र सरकार से नई अप्रत्यक्ष कर शासन की समीक्षा की मांग करते हुए नारायणा ने कहा कि अगर सरकार जीएसटी को वापस नहीं लेती है तो देश भर में विरोध-प्रदर्शन किए जाएंगे।
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