स्वामी विवेकानंद के 125 साल पहले शिकागो में भाषण के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के विज्ञान भवन से पूरे देश के छात्रों और युवाओं को संबोधित करेंगे। लेकिन ममता सरकार ने अपने अंतर्गत आने वाले शैक्षणिक संस्थानों से कहा कि वह पीएम मोदी के भाषण को टेलीकास्ट करने वाले यूजीसी के निर्देशों का ना माना जाये।
पीएम मोदी का भाषण को लेकर विवाद-
- स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो में 11 सितंबर, 1893 को आयोजित विश्व धर्म संसद में जो भाषण दिया था।
- आज उस भाषण को 125 साल पूरे हो रहे हैं।
- इस अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हजारों छात्रों को संबोधित करेंगे।
- लेकिन पीएम मोदी के इस संबोधन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
- पीएम मोदी के इस भाषण को हर स्कूलों और कॉलेजों में लाइव सुनाया जायेगा।
- केवल पश्चिम बंगाल में पीएम मोदी का भाषण बैन कर दिया गया है।
- दरअसल यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) ने सभी विश्वविद्यालयों में पीएम मोदी के भाषण का LIVE प्रसारण करने का आदेश दिया था।
- लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर ऐतराज़ जताया।
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने अंतर्गत आने वाले शैक्षणिक संस्थानों से पीएम मोदी के भाषण को टेलीकास्ट करने वाले यूजीसी के निर्देशों का ना मानने को कहा।
- बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्था चटर्जी के मुताबिक़ यह शिक्षा के भगवाकरण का प्रयास है।
- उन्होंने कहा कि केंद्र बिना किसी सलाह मशविरा किये इस तरह के फैसले नहीं ले सकती।
- इसके अलावा बंगाल के संस्थानों के अनुसार उन्हें यूजीसी से किसी प्रकार का आदेश नहीं मिला है।
विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद ने दिया था भाषण-
- बता दें कि स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद में दिए भाषण को 125 साल पूरे हो रहे हैं।
- इस अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हजारों छात्रों को सम्बोधित करेंगे।
- पीएम के कार्यक्रम पंडित दीनदयाल उपाध्याय शताब्दी समारोह का हिस्सा है, जो 25 सितंबर को समाप्त हो रहा है।
- पीएम का कायर्यक्रम का शीर्षक ‘यंग इंडिया, न्यू इंडिया: ए रिसर्जेंट नेशन, संकल्प से सिद्धि’ है।
- इस कार्यक्रम का आयोजन दीनदयाल अनुसंधान संस्थान (डीआरआई) और संस्कृति मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
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