बुधवार 13 सितम्बर से जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे भारत(PM shinzo abe) के दो दिवसीय दौरे पर पहुँच रहे हैं, अपनी भारत यात्रा के दौरान जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे अहमदाबाद पहुंचेंगे, जहाँ देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनकी अगुवानी करेंगे। प्रधानमंत्री शिंजो आबे दो वजहों से भारत के दौरे पर हैं। एक ओर जहाँ वे मुंबई-अहमदाबाद रूट पर बुलेट ट्रेन के भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे, साथ ही पीएम शिंजो भारत-जापान वार्षिक समिट में भी शिरकत करेंगे।
भारत-जापान दोनों देशों की जरुरत है बुलेट प्रोजेक्ट(PM shinzo abe):
- बुधवार को पीएम शिंजो आबे भारत के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं।
- इस दौरान दोनों पीएम के बीच भारत-जापान वार्षिक समिट में कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
- इसके साथ ही देश के पहले बुलेट प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास किया जायेगा।
- इस प्रोजेक्ट की कॉस्ट 1.20 लाख करोड़ रुपये है।
- जापान भारत को 0.1 ब्याज पर 50 सालों के लिए करीब 88 हजार करोड़ रुपये का कर्ज दे रहा है।
- गौरतलब है कि, यह बहुत ही सस्ता कर्ज है।
- मेक इन इंडिया के तहत साल 2025 तक देश में सस्ती बुलेट ट्रेन बनेंगी, जिससे देश का इम्पोर्ट का पैसा बचेगा।
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट- एक नजर(PM shinzo abe):
- भारत में बुलेट ट्रेन 2022 तक चलाये जाने की बात कही जा रही है।
- इस दौरान मुंबई-अहमदाबाद के 508 किमी के रूट पर बुलेट ट्रेन चलायी जाएगी।
- बुलेट ट्रेन की अधिकतम रफ़्तार 320 किमी प्रति/घंटा होगी।
- मुंबई से अहमदाबाद के सफ़र के दौरान बुलेट ट्रेन सिर्फ 12 स्टेशनों पर रुकेगी।
- इसके साथ ही मुंबई से अहमदाबाद के सफ़र में सिर्फ तीन घंटे का समय लगेगा।
- बुलेट ट्रेन का रूट 468 किमी तक एलिवेटेड रहेगा।
- वहीँ 7 किमी का हिस्सा समुद्र के अन्दर होगा।
- 25 किमी का रूट सुरंग से गुजरेगा।
- अपने सफ़र के दौरान बुलेट ट्रेन 70 हाईवे, 21 नदियों, 173 बड़े और 201 छोटे ब्रिज से गुजरेगी।
- शुरूआती दौर में बुलेट ट्रेन में 10 कोच होंगे, जिनमें 750 लोग सफ़र कर सकेंगे।
- जिसके बाद 1200 लोगों के लिए 16 कोच की व्यवस्था की जाएगी।
- वहीँ बुलेट ट्रेन का किराया 2700 से 3000 के बीच रखा जा सकता है।
- गौरतलब है कि, बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट दोनों देश की जरुरत है, जापान इससे पहले इंडोनेशिया का मेट्रो प्रोजेक्ट हासिल करना चाहता था।
- जो चीन को मिल गया, जिसके बाद जापान के लिए भारत का मेट्रो प्रोजेक्ट काफी अहम हो जाता है।
- भारत के लिए 160 साल पुरानी रेल सभ्यता में बदलाव के लिए इसे जरुरत बताया जा रहा है।
दोनों देशों के बीच 5 लाख करोड़ के करार(PM shinzo abe):
- बुधवार को पीएम मोदी-शिंजो आबे की मुलाकात के दौरान भारत-जापान के बीच 15 करार होंगे।
- ये करार कुल 5 लाख करोड़ रुपये के होंगे।
- भारत और जापान के बीच डिफेन्स, ऑटोमोबाइल और ट्रांसपोर्ट जैसे सेक्टर में होंगे।
- इसके साथ ही करार के तहत 15 कम्पनियाँ गुजरात में इन्वेस्ट भी करेंगी।
- बीते 10 सालों में भारत में जापान का FDI 6 गुना बढ़ा है।
- जापान भारत का तीसरा सबसे बड़ा इन्वेस्टर है।
- भारत में मौजूदा समय में जापान की करीब 1200 कम्पनियाँ ऑपरेट करती हैं।
- इसके साथ ही पीएम आबे और मोदी के बीच 12 सी प्लेन पर भी बातचीत हो सकती है।
- यह प्लेन समुद्र से उड़ान भरने और लैंड करने की क्षमता रखते हैं।
- इस डील की कीमत करीब 10 हजार करोड़ रुपये है।
चीन पर शिकंजे के लिए साथ जरुरी(PM shinzo abe):
- भारत का पड़ोसी देश चीन अब हिन्द महासागर क्षेत्र में अपना प्रभाव स्थापित करने में लगा हुआ है।
- चीन को रोकने के लिए जापान को भारत जैसे देशों की जरुरत है।
- वहीँ साउथ चाइना में भी चीन का दखल बढ़ रहा है।
- इसके साथ ही चीन श्रीलंका में एक बंदरगाह भी बना रहा है।
- नेपाल में भी चीन भारी मात्रा में अपना इन्वेस्ट कर रहा है।
- चीन वन बेल्ट, वन रोड प्रोजेक्ट के जरिये कई देशों को जोड़ रहा है।
- वहीँ जापान एशिया-अफ्रीका ग्रोथ कॉरिडोर पर फोकस कर रहा है, जिसमें उसे भारत की जरुरत है।
- गौरतलब है कि, पीएम मोदी और पीएम आबे अब तक तीन सालों में 10 बार मुलाकात कर चुके हैं।
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