प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी नगरी वाराणसी स्थित बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में छेड़खानी के खिलाफ शुरू हुआ बवाल (BHU student protest) शनिवार और रविवार को भी नहीं थम पाया, वहीँ मामले में शनिवार की रात में हालात और बिगड़ गए जब पुलिस ने कैंपस में घुसकर छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज कर दिया था. वहीँ आज भी हिंसक घटनाओं का दौर जारी रहा. एक ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया गया. पुलिस द्वारा लाठी चार्ज करने की ख़बरें भी आ रही हैं. इस लाठीचार्ज में करीब 10 छात्र घायल हुए हैं.
फिर हुई आगजनी और लाठीचार्ज की घटना:
एलडी गेस्ट हाउस चौराहे पर शांति मार्ग निकाल रही छात्राओं पर प्राक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया. लाठीचार्ज में आधा दर्जन छात्राओं के घायल होने की सूचना है. इसके बाद त्रिवेणी छात्रावास के पास आन्दोलनकारियों ने जमकर पथराव किया. मौके पर पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने लाठी पटककर आन्दोलनकारियों को तितर-बितर कर दिया .
सीएम ने लिया संज्ञान:
मामले पर संज्ञान लेते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले में लापरवाही बरतने पर आला अधिकारियों के खिलाफ कारवाई की बात कही. उन्होंने कहा कि इस मामले में बड़े अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि इस दौरान प्रमुख सचिव गृह भी IG और कमिश्नर से लगातार मामले की अपडेट ले रहे हैं.
छात्रावास कराया जा रहा खाली:
- BHU में शुरू हुआ बवाल शनिवार-रविवार को भी थमने का नाम नहीं ले रहा है.
- वही शनिवार को पुलिस द्वारा कैंपस में छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज के बाद हालात और बिगड़ गए हैं.
- लड़कियों ने छेड़खानी के विरोध में प्रदर्शन किया था.
- वहीँ वीसी पीएम मोदी के रहते कोई एक्शन लेने के मुड में नहीं थे.
- प्रेशर बढ़ता देख पुलिस को बुलाकर कैंपस खाली कराने की कोशिश की जा रही थी.
- इसका विरोध छात्रों ने किया और फिर बात ऐसी बढ़ी कि आन्दोलन ने हिंसक रूप ले लिया.
- अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे यूनिवर्सिटी के छात्रों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी.
- भारी संख्या में पुलिस बल कैंपस में दाखिल हुआ और पत्थरबाजी कर छात्रों पर लाठीचार्ज किया.
- लाठीचार्ज से भगदड़ शुरू हो गयी जिसमें कई छात्र घायल हो गए.
- आगजनी, पेट्रोल बम का इस्तेमाल कर अराजक तत्वों ने इस आन्दोलन को हिंसक बना दिया.
- पुलिस ने जिस प्रकार का रवैया अपनाया वो भी सवालों के घेरे में है.