NSG में भारत की एंट्री रोकने पर चीन अभी भी आमदा है। सोल में शुक्रवार को एनएसजी के सदस्य देशों की बैठक का आखिरी दिन है और अब हर किसी की निगाह आखि‍री बैठक पर टिकी हुई है और चीन समेत 6 देश भारत की मेहनत पर पानी फेरने की कोशिश में जुटे हैं।

हाल के ही स्विट्ज़रलैंड दौरे के बाद वहां से राष्ट्राध्यक्ष ने भारत का समर्थन करने की बात कही थी लेकिन अब ये देश भी भारत का विरोध करने लगा है इसके साथ ही ब्राजील, ऑस्ट्रिया , आयरलैंड , टर्की और न्यूजीलैंड के अलावा चीन पहले ही भारत को सदस्यता देने के नियमों में ढील पर अपना विरोध जताता रहा है।

चीन ने नियमों का हवाला देते हुए कहा है कि भारत के लिए उसका विरोध नियमों के आधार पर है और अगर भारत NSG में एंट्री चाहता है तो पहले नियमों का पालन करे। पीएम मोदी की चीनी राष्ट्रपति से वार्ता के बाद चीन ने जवाब दिया है कि अगर एनएसजी की सदस्यता में कोई अपवाद जोड़े गए तो ये दक्षिण एशिया में शक्ति का संतुलन बिगड़ सकता है और ऐसे में चीन भारत का समर्थन नहीं कर सकता है।

भारत के लिए चिंताजनक रहा ब्राजील द्वारा विरोध करना क्योंकि पांच राष्ट्रों वाले ‘ब्रिक्स’ समूह का सदस्य है। जयशंकर ने इससे पहले ब्राजील प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की लेकिन परिणाम नहीं निकला और अब शुक्रवार को अधिवेशन के समाप्त होने के पहले ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा।

NSG में कुल 48 देशों में से 41 देश अबतक भारत के समर्थन में आ चुके हैं लेकिन 7 देशों के विरोध ने भारत की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

 

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