नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान लखनऊ के सफेद बाघ (काइट टागर) आर्यन (17) की गुरुवार देर रात लम्बी बीमारी के बाद मौत हो गई। आर्यन की मौत से लखनऊ चिड़ियाघर को एक तगड़ा झटका लगा है। आर्यन पिछले एक महीने से बीमार चल रहा था। आर्यन की देखरेख में 24 घंटे डॉक्टर लगे रहते थे लेकिन वह उसे बचा नहीं सके। चिड़ियाघर की शान आर्यन की मौत की खबर मिलते ही ज़ू के भीतर कोहराम मच गया। ज़ू स्टाफ का रो-रो कर बुरा हाल है। चिड़ियाघर निदेशक, रेंजर, कीपर समेत जू स्टॉफ ने अस्पताल प्रांगण में 20 किलो की माला चढ़ाकर आर्यन को अंतिम विदाई दी। इसके बाद डॉक्टरों की टीम आर्यन के शव का पोस्टमॉर्टम करेगी।
पत्नी और दो बच्चे हुए अनाथ
- आर्यन की मौत से जहां छियाघर को तगड़ा झटका लगा है वहीं, आर्यन की पत्नी विशाखा और बच्जे जय एवं विजय भी अनाथ हो गए हैं।
- बता दें कि नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान लखनऊ के सफेद बाघ (काइट टागर) आर्यन वर्तमान में 17 वर्ष की थी।
- सामान्य बाघों की औसत आयु लगभग 18 से 20 वर्ष तक होती है।
- सफेद बाघ अनुवांशिक रूप से दुर्लभ होता है, अत: प्रजनन के कारण यह बाघ पीढ़ी दर पीढ़ी रोगों तथा अन्य विकृतियों के प्रति अधिक संवेदनशील होता है एवं इसकी जीवन की अवधि भी कम आंकी जाती है।
- आर्यन की 24 घंटे चिकित्सक निगरानी कर रहे थे।
- आर्यन का इलाज प्राणि उद्यान के पशु चिकित्सकों द्वारा लगातार किया जा रहा था।
- आर्यन को आवश्यक दवायें विटामिन्स आदि दी जा रही थीं।
- परन्तु आर्यन के स्वास्थ्य जस का तस बना हुआ था।
- आर्यन ने खाना भी नहीं खा रहा था।
काम न आई मासूमों की दुआ
- पिछले दिनों मासूम स्कूली बच्चों ने भी आर्यन के जल्द स्वस्थ होने की दुआ की थी लेकिन वह भी काम नहीं आई।
- अलमाइटी मॉन्टेसरी स्कूल के बच्चों ने अपने चहेते व्हाइट टाइगर आर्यन के लिए ईश्वर से प्रार्थना की थी।
- सभी बच्चे आर्यन के बीमार होने से बहुत दुखी थे।
- बच्चों ने कहा कि वह आर्यन को बहुत प्यार करते हैं और वह जल्दी ठीक हो जाए।
- बच्चों ने आर्यन के जल्द स्वस्थ होने के लिए फूल भी दिये थे जिसे सीनियर कीपर मुबारक अली ने बच्चों से लिए थे।
- आर्यन की मौत का जिसको भी पता लग रहा है उसके आंसू निकलने लगते हैं।
- आर्यन को देखने लिए चिड़ियाघर में भीड़ लगी रही।
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