देश की राजधानी दिल्ली स्थित संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर विपक्ष कई दिनों से मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है, इसी कड़ी में मंगलवार को कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने केंद्र सरकार पर संसद के शीतकालीन सत्र में जानबूझकर देरी करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब दिया था।
15 दिसंबर से शुरू हो सकता है संसद का शीतकालीन सत्र:
- विपक्ष के आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच केंद्र सरकार संसद का शीतकालीन सत्र कराने की योजना बना रही है।
- मीडिया सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार 15 दिसंबर से संसद का शीतकालीन सत्र आयोजित कर सकती है।
- सूत्रों के अनुसार, शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर से शुरू होकर 5 जनवरी तक चल सकता है।
कांग्रेस सरकार का आरोप:
- कांग्रेस ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर संसद का शीतकालीन सत्र को शुरू न कराने को लेकर हमला बोला है।
- जिसके तहत कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि, सरकार संसद सत्र नहीं बुलाना चाहती है।
- क्योंकि उन्हें डर है कि, राफेल डील में गड़बड़ी, GST का गलत तरीके से लागू किया जाना, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों पर सरकार को जवाब देने पड़ेंगे।
- आजाद ने आगे कहा कि, अगर इन मुद्दों पर बहस होती तो सरकार गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान बेनकाब हो जाती।
भाजपा का जवाब:
- कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के आरोपों का जवाब केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दिया।
- जिसमें उन्होंने कहा कि, संसद की गरिमा के प्रति कांग्रेस के बढ़ते प्रेम को देखकर आश्चर्य हो रहा है।
- उन्होंने आगे कहा कि, हम जानना चाहते हैं कि, राहुल गाँधी कितने समय संसद में रहते हैं।
- नोटबंदी पर जब भी बहस हुई और हमने जो फैक्ट्स दिखाए उनसे कांग्रेस को परेशानी होने लगती और वो बाहर चले जाते।
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