रोहिंग्या मुसलमानों के भारत में रहने को लेकर बहस जारी है. वहीँ भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि ये 40 हजार लोग शरणार्थी नहीं बल्कि घुसपैठिये हैं. रोहिंग्या मामले में भारत की ‘खलनायक’ जैसी छवि बनाने की कोशिशों की आलोचना करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यह देश की छवि धूमिल करने की सोची समझी साजिश है. जबकि रोहिंग्या का मामला सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है. आज सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में सुनवाई होनी थी. लेकिन एडिशनल सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता के मौजूद न होने के चलते सुनवाई टली गई है.
रोहिंग्या मामले में सुनवाई टली:
- वहीँ इस मामले पर कोर्ट ने अपना रुख स्पष्ट किया है.
- कोर्ट ने कहा है कि मामले में विस्तृत सुनवाई ज़रूरी है.
- कोर्ट ने कहा है कि बहस कानून के दायरे में होनी चाहिए.
- कोर्ट ने कहा है कि इस मामले में भावनात्मक दलीलें न दी जाएं.
- सुप्रीम कोर्ट में रोहिंग्या मामले पर सुनवाई 5 दिसंबर के लिए टल गई है.
- बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में रोहिन्य मामले में सुनवाई हो रही है.
- रोहिंग्या को लेकर केंद्र ने अपना रुख पहले ही स्पष्ट कर दिया था.
- गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था था कि रोहिंग्या शरणार्थी नहीं बल्कि घुसपैठिये हैं.
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