उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् बोर्ड ने हाल ही में कुछ समय पहले सत्र 2017-18 की बोर्ड परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी किया था, जिसके बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद् ने परीक्षा केन्द्रों की सूची जारी की थी, गौरतलब है कि, हर साल करीब 50-60 लाख उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् बोर्ड के बैनर तले परीक्षा देते हैं, लेकिन इस साल संभावना जताई जा रही है कि, करीब 30 फ़ीसदी अभ्यर्थी बोर्ड परीक्षाएं नहीं दे पाएंगे, जिसका कारण शिक्षा परिषद् का नया नियम है।
हाई स्कूल पर इंटरमीडिएट के 30 फ़ीसदी छात्र नहीं दे पाएंगे बोर्ड परीक्षा:
- उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् बोर्ड के एक नए नियम के चलते करीब 30 फ़ीसदी बच्चों की परीक्षा खतरे में पड़ गयी है।
- जिसमें हाई स्कूल और इंटरमीडिएट कक्षा के छात्र शामिल हैं।
- दरअसल इस बार की परीक्षा से बोर्ड ने अभ्यर्थियों को परीक्षा देने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य किया है।
- जिसके तहत छात्रों को परीक्षा के दौरान अपना आधार कार्ड दिखाना होगा।
- बोर्ड के इस नए नियम के चलते करीब 30 फ़ीसदी अभ्यर्थी परीक्षा न दे पाने के कारण संकट में हैं।
- इन 30 फीसदी छात्रों के पास आधार कार्ड ही नहीं है।
पारदर्शिता लाने के तहत किया गया फैसला:
- यूपी बोर्ड ने परीक्षाओं के दौरान आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया है।
- गौरतलब है कि, बोर्ड ने यह फैसला परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने के लिया गया है।
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