देश की राजधानी दिल्ली से शुरू हुए स्मॉग ने पूरे उत्तर भारत को अपनी चपेट में लिया हुआ है, जिसके बाद देश की राजधानी दिल्ली में ऑड-इवन को मंजूरी दे दी गयी थी, इसी क्रम में सेन्ट्रल पॉल्यूशन कण्ट्रोल बोर्ड(CPCB) ने देश के सबसे प्रदूषित नगरों की सूची जारी की थी, जिसमें उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद शहर को सबसे प्रदूषित शहरों की श्रेणी में पहला स्थान मिला था, वहीँ सूबे की राजधानी लखनऊ सूची में दूसरे स्थान पर थी, सूबे में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर को रोकने के लिए राज्य सरकार में अब चेतना आई है.
फायरब्रिगेड की गाड़ियों से हुआ था पानी का छिड़काव:
- शहर में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए जिलाधिकारी ने पानी छिड़कने का निर्देश दिया था.
- इस निर्देश के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से पानी का छिड़काव शुरू हुआ.
- फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से छिड़काव शुरू हुआ.
- राजधानी लखनऊ के वीवीआईपी गेस्ट हाउस पर छिड़काव शुरू हुआ
अब इलेक्ट्रॉनिक बसें चलाने की तैयारी:
- यूपी के सात शहरों में इलेक्ट्रिक बस चलाने की तैयारी हो रही है.
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- सभी शहर में चलेंगी एक एक बस.
- इस बस से न शोर होगा और न धुआं निकलेगा।
- ट्रायल के तौर पर लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, आगरा, मथुरा, नोएडा में चलेगी बस.
- नगरीय परिवहन निदेशालय जल्द निकालेगा टेंडर.
- चार माह के अंदर इलेक्ट्रिक बस चलाने का लक्ष्य।
- 36 सीटर बस का ट्रेकिंग सिस्टम से होगा संचालन.
- एक बस की कीमत दो करोड़ है, आधी रकम केंद्र और आधी राज्य सरकार करेगी वहन.
- इलेक्ट्रिक बस से प्रदूषण रोकने में काफी मदद मिलेगी।
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