यूपी के कानपुर जिला के लाल बंगला स्थित प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना के घर के बाहर उस वक्त अफरा तफरी मच गई जब एक दंपती ने बच्चों के साथ मिलकर उनके घर के सामने खुद को आग लगा ली। पहले से मौजूद पुलिस प्रशासन ने किसी प्रकार से आग बुझाई और घायलों का इलाज कराया। पीड़ित के अनुसार वह कुछ दबंगों से परेशान था और पुलिस से शिकायत करने के बाद पुलिस ने उल्टा पीड़ित पर ही दो बार शांतिभंग की कार्रवाई कर दी। इस मामले के बाद पुलिस की कार्यशैली पर एक बड़ा सवालिया निशान लग गया है।
पुलिस ने पीड़ित का ही शांतिभंग में कर दिया चालान
- जानकारी के मुताबिक, चकेरी थानाक्षेत्र के सनिगवां निवासी राकेश सोनी आटो चालक है।
- राकेश का कहना है कि बीती 17 तारीख को क्षेत्र के रहने वाले सुरेश पासवान व मुकेश सोनी ने उनकी पत्नी कुसुम के साथ अभद्रता की और उनके साथ मारपीट की।
- राकेश ने जब इसकी शिकायत पुलिस से की तो पुलिस ने उल्टा राकेश पर ही शांति भंग की धाराओं में कार्रवाई कर दी।
- इसके बाद भी पुलिस का मन नहीं भरा तो उसने कुछ दिन बाद फिर से कार्रवाई कर दी।
- इससे क्षुब्ध होकर राकेश अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ आटो से कैबिनेट मंत्री सतीश महाना के घर पहुंचा और चलती आटो में ही खुद को आग लगा ली।
दीवार से टकराया ऑटो
- आग लगते ही आटो अनियंत्रित होकर दीवार से टकरा गई।
- जिसके बाद पुलिस ने किसी प्रकार से आग बुझाई।
- लेकिन तब तक राकेश झुलस चुका था और पत्नी व बच्चे भी आटो टकराने से चोटिल हो गए थे।
- जिसके बाद पुलिस ने सभी का इलाज कराया।
- आपको बताते चलें कि राकेश की पत्नी कुसुम ने आत्मदाह करने की सूचना पहले से ही सार्वजनिक कर रखी थी।
- जिसके बाद पुलिस ने उसे हल्के से लिया और दंपती से संपर्क करने का प्रयास किया नहीं किया।
- उसका नतीजा यह हुआ कि एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया।
- लेकिन यहां पर एक बात और तय मानी जा रही है कि पहले से सूचना के बाद भी कैबिनेट मंत्री के घर के बाहर घटना हो गई है।
- आचार संहिता हटते ही चकेरी पुलिस पर बड़ी कार्रवाई होना तय है।
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