लखनऊ। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के ऊंचाहार स्थित नेशनल थर्मल पॉवर कार्पोरेशन (एनटीपीसी) लिमिटेड में पिछली एक नवंबर को बॉयलर फटने से हुई घटना में यहां काम कर रहे श्रमिकों की मौत की संख्या अब तक 34 पहुंच गई है। इस मामले में अभी तक कोई मुकदमा पंजीकृत नहीं हुआ है। (NTPC Boiler Blast)
- सोमवार को लखनऊ के पीएसी मुख्यालय में आयोजित एसडीआरएफ के कार्यक्रम में डीजीपी सुलखान सिंह ने बयान देते हुए कहा कि अगर कोई एनटीपीसी हादसे में तहरीर आकर देगा तो मुकदमा दर्ज किया जायेगा।
- डीजीपी ने कहा कि किसी संस्था के अंदर हुए हादसों में पुलिस केस नहीं दर्ज कराती है।
- डीजीपी ने कहा कि हादसे में लापता मजदूरों की तलाश की जा रही है।
- उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ के काम में तेजी आयी है।
- अगले तीन माह में एसडीआरएफ पूरी तरह तैयार खड़ी कर दी जायेगी।
क्या है पूरा घटनाक्रम? (NTPC Boiler Blast)
- जानकारी के मुताबिक, ऊंचाहार स्थित एनटीपीसी परियोजना में 500 मेगावाट का बिजली उत्पादन के लिए शुरू की गई है।
- अभी हाल ही में इस परियोजना ने हाइड्रो टेस्टिंग में पूरे एनटीपीसी में रिकार्ड स्थापित किया है।
- उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि विद्युत इकाई निर्धारित समय में बिजली का उत्पादन शुरू कर देगी।
- लेकिन एक नवंबर बुधवार दोपहर करीब 3:00 से 3:30 बजे के बीच अचानक पॉवर प्लांट में जोरदार धमाका हो गया।
- छठी यूनिट में नटीपीसी का बॉयलर फटने से धमाका इतनी तीब्र गति से था कि मानो कोई तोप दागी गई हो।
- इस हादसे में अब तक 32 लोगों की मौत हो गई है जबकि सैकड़ों लोग अस्पताल में भर्ती हैं जो जिंदगी मौत से जूझ रहे हैं।
- इस घटना में अभी तक किसी के खिलाफ अभी तक कोई मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया है।
- वहीं बॉयलर फटने के बाद यहां इकठ्ठा करीब 300 टन रख अभी भी इकठ्ठा पड़ी है।
- इसे अधिकारी इस लिए नहीं हटा रहे हैं कि कहीं कोई ये आरोप न लगा दे कि कहीं एनटीपीसी ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए इसे हटा तो नहीं दिया। (NTPC Boiler Blast)
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