Cabinet Minister Shri Om Prakash Rajbhar Interview
ओम प्रकाश राजभर ने 1981 में कांशीराम के समय में राजनीति शुरू की थी वहीँ आगे चलकर इनका 2001 में मायावती से इनका विवाद हुआ और यहीं से भासपा का उदय हुआ. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने uttarpradesh.org से खास बातचीत की और पूर्वांचल से लेकर सरकार की योजनाओं तक कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर इन्होने बात की.
कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर से खास बातचीत
सवाल: राजनीति में आने के लिए किन चीजों से प्रेरणा मिली?
सवाल: चुनाव में मुख्तार अंसारी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, मगर बाद में पीछे हट गए थे. कोई खास वजह?
ओमप्रकाश राजभर: जब हमारी पार्टी का कार्यकर्ता ही चुनाव लड़ने की हैसियत रखता है तो इससे पीछे नहीं हटेंगे. पार्टी ने चाहा की मैं जहूराबाद से ही लडूं. महेंद्र राजभर उनके खिलाफ चुनाव लड़कर महज २-३ हजार मतों से हार मिली. करीब 90 हजार मत उन्हें मिले थे.
सवाल: सहकारी आवास निर्माण एवं वित्त निगम इम्प्लाइज यूनियन यूपी के धरना स्थल पर जाकर प्रदर्शनकारियों की समस्याओं एवं मांगों को सुना था.. क्या ये क्रम आगे भी जारी रख पाएंगे आप?
ओमप्रकाश राजभर: उपेक्षित और वंचित लोगों की आवाज होने के नाते हम उनकी समस्या को मैंने उनकी बात सुनी और सीएम को जाकर बताया. मैंने गाजियाबाद में भी जाकर मजदूरों का धरना ख़त्म कराया और ये क्रम आगे भी चलता रहेगा.
सवाल: वर्तमान में आप पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री हैं, 6 महीने का आपका कार्यकाल कैसा रहा और आगे क्या नया लाने जा रहे हैं.
ओमप्रकाश राजभर: हमारे विभाग ने ट्रिपल C की ट्रेनिंग को मंजूरी दिलाने का काम करने के साथ नवम्बर में शुरू करने को मंजूरी भी दिलाई. O लेवल और A लेवल प्रशिक्षण को जुलाई से शुरू कराया. छात्रवृत्ति को शुरू कराया. शादी अनुदान को 35 हजार रु तक कराया. दिव्यांग जनों के लिए हमनें कई रियायतें दी.
सवाल: बतौर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आपको कितना सहयोग मिला?
ओमप्रकाश राजभर: हर मुद्दे पर उन्होंने सहयोग दिया है और सभी एक दूसरे का सहयोग करते हैं.
सवाल: डीएम गाजीपुर के सपा के इशारे पर काम करने का आपने आरोप लगाया धरना करने की धमकी दी, सीएम योगी ने फिर आपको बुलाया… क्या था पूरा विवाद?
ओमप्रकाश राजभर: सपा ने जिन जमीनों पर कब्ज़ा किया था. मैंने उन जमीनों की जाँच के लिए 114 पत्र लिखे थे, अगर ये लोग ये काम नहीं कर सकते तो किस बाद के डीएम और SDM हैं ये लोग. हमारा किसी से झगड़ा नहीं है.
सवाल: पूर्वांचल में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है, वहां के लोगों को अच्छे इलाज के लिए दिल्ली लखनऊ जाना पड़ता है?
ओमप्रकाश राजभर: डॉक्टर की कमी से लोग परेशान हैं, डॉक्टर पर्याप्त मिलें तो हॉस्पिटल में उचित सुविधाएँ मिलेगीं. डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार प्रयासरत है. गाजीपुर में विश्वविद्यालय का प्रस्ताव भी सरकार तक पहुँचाया है.
सवाल: आपने कहा था कि प्रधानमंत्री जी, बीजेपी एक माह में जितना खर्च करती है, उससे अधिक पैसों की शराब पी जाती है हमारी बिरादरी: आपके इस बयान की काफी आलोचना हुई.. क्या सन्देश देना चाहते थे आप इसके जरिये? शराब पर प्रतिबन्ध लगेगा यूपी में बिहार की तर्ज पर?
ओमप्रकाश राजभर: गरीबों की बस्ती में शराब की दुकानें खुली हैं, शराब के कारण गरीब पढ़ लिख नहीं पाया और उसकी दुर्गति का कारण शराब है. भासपा पूर्वांचल के रूप में अलग राज्य की बात करती है और जिस दिन पूर्वांचल ‘राज्य’ का पहला मुख्यमंत्री बनेगा, वो चाहे जो भी बने, शराबबंदी लागू की जाएगी.
सवाल: चुनाव पूर्व बीजेपी के साथ गठबंधन के दौरान क्या ये तय था कि आपको कैबिनेट में जगह दी जाएगी, सरकार बनने के बाद?
ओमप्रकाश राजभर: ये पहले ही तय हुआ था और उसी आधार पर कैबिनेट में जगह मिली.
सवाल: क्या भाजपा के साथ 2019 में लोकसभा चुनाव में रहेंगे या अकेले ही चुनाव लड़ेंगे?
ओमप्रकाश राजभर: NDA के हिस्सेदार होने के नाते जो भी तय होगा वो करेंगे और NDA के साथ ही रहेंगे. पूर्वांचल में जो हिस्सेदारी वो लेकर रहेंगे.
सवाल: रतसड़ में जो बवाल हुआ उसमें दो पक्षों नहीं दो समुदायों के बीच हिंसा हो गई? कई लोगों को चोट आई और काफी सम्पति का नुकसान हुआ ?
ओमप्रकाश राजभर: बच्चे को लेकर जो विवाद शुरू हुआ उसमें शरारती तत्वों की करतूतों के कारण ये सब बवाल बढ़ गया. वहां की पुलिस को निर्देश दिया गया है कि जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए जल्दी से कानून व्यवस्था स्थापित करें.
सवाल: जहूराबाद के लोगों से आपको उम्मीदें हैं?
ओमप्रकाश राजभर: मैंने वहां के लोगों से वादा किया था और वहां के बीच कैबिनेट मंत्री बनकर आऊंगा.सड़क, बिजली पानी पर हमारा खास ध्यान है.
सवाल: सोशल मीडिया के जरिये सक्रियता बढ़ाने के लिए सरकार ने निर्देश दिया?
ओमप्रकाश राजभर: सिस्टम के हिसाब से काम करेंगे और विभाग ट्विटर पर सक्रीय है.
सवाल: मन्ना सिंह हत्याकांड में 8 साल बाद मुख्तार अंसारी को जमानत मिल गई.. जो फैसला हुआ उसके बारे में क्या कहना है?
ओम प्रकाश राजभर: अगर कोर्ट ने फैसला सुनाया है तो इसपर कुछ नहीं कहना चाहेंगे. पुलिस ने मुकदमा लिखा और जज ने अपना काम किया.
ओम प्रकाश राजभर: कांशीराम ने कहा कि जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी, मुझे वो बात बेहद अच्छी लगी. उनके साथ हम लोग लगे हुए थे. मायावती को जिम्मेदारी मिलने के बाद वो अपने स्तर से कार्य करती थी. वो कोई हिस्सेदारी की बात ही नहीं करती थीं. केवल वोट के वक्त हमारी याद आती थी. हमनें उनसे हिस्सेदारी मांगी थी, इसी विवाद के बाद हमनें पार्टी का गठन किया. पिछड़े वर्ग के लोगों को शिक्षा चिकित्सा नहीं मिलती थी. सरकार की मंशा है कि शिक्षा मिले लेकिन इनकी उपेक्षा होती रही. इसलिए हमनें सभी पिछड़े वर्गों को मिलाकर एक मंच मनाया और उनकी आवाज बने.
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