यूपी सरकार के मिनिस्टर गुणवत्ता परख स्वास्थ्य सेवा का कितना भी दावा कर ले, लेकिन महकमे के सरकारी कर्मचारी गरीबों को मिलने वाली हेल्थ सेवाओं में पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं। ताज़ा मामला कौशाम्बी जिले का है जहाँ चंद रुपये के लिए जिला अस्पताल में स्थित ब्लड बैंक के कर्मियों ने कैंसर पीड़ित को एक्सपॉयर ब्लड दे दिया। जिंदगी और मौत से जूझ रहे कैंसर पीड़ित रिटायर्ड शिक्षक को एक्सपॉयर ब्लड चढ़ाने से निजी अस्पताल के डॉक्टर ने इंकार कर दिया तो रोना-पीटना मच गया। इस जानलेवा खेल का खुलासा होते स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। सीएएमस जांच को ब्लड बैंक पहुंचे और पूछताछ करने के बाद कर्मचारियों को जमकर फटकारा और पूरे मामले की जांच बैठा दी। सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंक से ब्लड के एक्सपायरी डेट होने का मामला सामने आने के बाद महकमे के चीफ मेडिकल अफसर दीपेंद्र मालवीय जाँच के बाद कड़ी कार्यवाही की बात कह रहे है |  

पूरा मामला:

  • कौशाम्बी के सिराथू कसबे के रहने वाले मिश्रीलाल रिटायर्ड शिक्षक हैं।
  • मिश्रीलाल के फेफड़े में कैंसर है। इससे उनकी हालत खराब है।
  • सुबह हालत नाजुक होने पर परिजनों ने मिश्रीलाल को सिराथू के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है।
  • डॉक्टर ने चेकअप करने के बाद दो यूनिट ब्लड की मांग की।
  • शिक्षक का पुत्र सुरेंद्र सोनकर ब्लड लेने के लिए अस्पताल का डिमांड लेकर जिला अस्पताल आया।
  • ब्लड बैंक कर्मियों ने दो यूनिट देने के बदले दो डोनर मांगे।


 ब्लड का अतिरिक्त पैसा भी लिया गया:

  • सुरेंद्र सोनकर का आरोप है कि उसने अपने दो साथी कौशलेंद्र सोनकर और सुरेश सोनकर से दो यूनिट ब्लड डोनेट कराया।
  • इसके बाद प्रति यूनिट ब्लड 1050 की जगह उससे दो यूनिट का सात सौ रुपया अतिरिक्त लिया गया।
  • ब्लड पाते ही वह तुरंत सिराथू निजी अस्पताल पहुंचा।
  • वहां डॉक्टर ने ब्लड को देखा तो उसे एक्सपॉयर बताया।
  • एक्सपॉयर ब्लड किसी नाहिदा परवीन का था।
  • नाहिदा परवीन का (ए) पाजीटिव ब्लड एक नवंबर 17 को लिया गया था।
  • छह दिसंबर को यह ब्लड एक्सपॉयर हो चुका था। इसकी बाकायदा ब्लड के बैग में डेट पड़ी थी।
  • इसके बाद भी ब्लड बैंक कर्मियों ने सात सौ रुपया अतिरिक्त लेकर जिंदगी और मौत से जूझ रहे रिटायर्ड शिक्षक को ब्लड दिया था।  

मामले की जांच के आदेश:

  • इस पूरे मामले का खुलासा होते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया।
  • सीएमएस डॉ. दीपक सेठ के संज्ञान में जैसे ही मामला आया वह ब्लड बैंक पहुंचे।
  • स्टॉक में रखा ब्लड की जांच करने के बाद उन्होंने कर्मचारियों को जमकर डांटा फटकारा।
  • इस पूरे मामले पर कौशाम्बी के सीएमओ दीपेन्द्र मालवीय के मुताबिक मामला गंभीर है |
  • जाँच करा कर कड़ी कार्यवाही की जाएगी |
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