रायबरेली – पिछले काफी दिनों से रेल हादसे रुकने का नाम नही ले रहे है जिसके बाद भी रेल प्रशासन जागा नही है. घटना ऊंचाहार कानपुर रेलमार्ग की है जहां टूटी पटरी से रायबरेली पैसेंजर निकल गई, बड़ा हादसा होते- होते टला, अभी तक सारे अधिकारी मौन है व घटना को दबाने की कोशिश कर रहे है, दो दिन पहले रायबरेली रेलवे स्टेशन पर बड़ा रेल हादसा होने से बचा था.

इससे पहले भी रेलवे की लापरवाही सामने आई है

राजधानी लखनऊ के हसनगंज इलाके में स्थित डालीगंज रेलवे क्रासिंग के पास गुरुवार सुबह फिर पूर्वोत्तर रेलवे की पटरियों से क्लिप्स गायब होने की सूचना से हडकंप मच गया था. पूर्वोत्तर रेलवे के प्रवक्ता अलोक श्रीवास्तव ने बताया था कि सुबह रेलवे की पटरियां चेक कर रहे थे तो वह ढीली क्लिप को टाइट करने का काम कर रहे होंगे तभी किसी जागरूक व्यक्ति ने पटरियों से क्लिप गायब होने की सूचना कंट्रोलरूम को दे दी. इस सूचना का संज्ञान लेते हुए अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और पड़ताल की तो वहां सब सामान्य था.

राजधानी लखनऊ में टला था बड़ा हादसा

डालीगंज तथा बादशाहनगर जक्शन रेलवे स्टेशन के बीच से अज्ञात लोगों ने पटरी के बीच से 71 स्लीपर्स को गायब कर दिया था. स्लीपर्स के बीच से बड़ी मात्रा में ज्वाइंट प्लेट भी गायब थीं.

अम्बेडकरनगर

अम्बेडकरनगर- जाफरगंज रेलवे स्टेशन के पास रेल की पटरी में दरार पाई गयी थी बाद में धीमी गति से क्रासर देकर निकाली गयी थी ट्रेने.

कानपुर-फर्रुखाबाद का रेलवे ट्रैक टूट गया था…

कानपुर-फर्रुखाबाद रेलवे ट्रैक पर मंधना स्टेशन के पास नारामऊ इलाके में ट्रैक दो जगह से चटका दिखा था, साथ ही उसी चटके रेलवे ट्रैक से सवारी ट्रेन और एक्सप्रेस ट्रेन भी गुजर गई थी.

सहारनपुर रेलवे स्टेशन पर हुई थी बड़ी चूक…

सहारनपुर रेलवे स्टेशन के पर ही रेलवे की लापरवाही का नया नमूना देखने को मिला था.  टूटी ट्रेन की पटरी पर से सरपट रफ्तार ट्रेनें गुजारीं जा रही थी.

इस साल जहां कई रेल के हादसे हुए वही कई जगह बड़े हादसे होते – होते बचे इसके बावजूद भी रेल प्रशासन की नीद नही खुल रही है आए दिन कही ना कही कोई खामी सामने आ ही जाती है.

[foogallery id=”167143″]

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें