उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए साल 2017 काफी सराहनीय रहा। इस साल पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ मिशन शूटआउट चलाया। जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी इसके बाद सीएम योगी के निर्देश पर पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाया। इस अभियान के तहत पुलिस ने दिन हो या रात हर समय खूंखार अपराधियों को घेराबंदी के मारा। मुठभेड़ के दौरान 205 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 03 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। कुल मिलकर ये साल यूपी पुलिस के लिए काफी सराहनीय रहा। पुलिस ने इस अभियान में अपराधियों की रूह कांप रही है कि कहीं इस बार उनकी बारी तो नहीं। इसलिए अपराधी डर के मारे अंडरग्राउंड हो गए हैं। जो जहां मिल रहा है पुलिस उसे मुठभेड़ में ढ़ेर कर रही है। इस मिशन को कामयाब बनाने में आईपीएस सुलखान सिंह का अहम योगदान रहा। अब देखने वाली बात ये होगी कि प्रदेश के नए डीजीपी ओम प्रकाश सिंह इस मिशन में कितने कामयाब होते हैं। (यूपी पुलिस का साल 2017)
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यूपी पुलिस का साल 2017, जोन के हिसाब से एक नजर
आगरा जोन में 175 मुठभेड़ में 469 अपराधी गिरफ्तार किये गए। मुठभेड़ में 17 अपराधी घायल हुए जबकि 3 मारे गए। यहां मुठभेड़ के दौरान 20 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 2 पुलिसकर्मी मारे गए। पुरस्कार घोषित 153 अपराधी गिरफ्तार किये गए। जबकि 3 अपराधियों के खिलाफ रासुका और 3 के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
मेरठ जोन में 361 मुठभेड़ में 790 अपराधी गिरफ्तार किये गए। मुठभेड़ में 110 अपराधी घायल हुए जबकि 19 मारे गए। यहां मुठभेड़ के दौरान 107 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 00 पुलिसकर्मी मारे गए। पुरस्कार घोषित 412 अपराधी गिरफ्तार किये गए। जबकि 30 अपराधियों के खिलाफ रासुका और 11 के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। (यूपी पुलिस का साल 2017)
लखनऊ जोन में 27 मुठभेड़ में 85 अपराधी गिरफ्तार किये गए। मुठभेड़ में 06 अपराधी घायल हुए जबकि 01 मारे गए। यहां मुठभेड़ के दौरान 02 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 00 पुलिसकर्मी मारे गए। पुरस्कार घोषित 09 अपराधी गिरफ्तार किये गए। जबकि 00 अपराधियों के खिलाफ रासुका और 00 के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
इलाहबाद जोन में 48 मुठभेड़ में 110 अपराधी गिरफ्तार किये गए। मुठभेड़ में 08 अपराधी घायल हुए जबकि 01 मारे गए। यहां मुठभेड़ के दौरान 02 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 01 पुलिसकर्मी मारे गए। पुरस्कार घोषित 146 अपराधी गिरफ्तार किये गए। जबकि 8 अपराधियों के खिलाफ रासुका और 04 के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
बरेली जोन में 149 मुठभेड़ में 345 अपराधी गिरफ्तार किये गए। मुठभेड़ में 37 अपराधी घायल हुए जबकि 00 मारे गए। यहां मुठभेड़ के दौरान 48 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 00 पुलिसकर्मी मारे गए। पुरस्कार घोषित 356 अपराधी गिरफ्तार किये गए। जबकि 29 अपराधियों के खिलाफ रासुका और 31 के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
गोरखपुर जोन में 24 मुठभेड़ में 67 अपराधी गिरफ्तार किये गए। मुठभेड़ में 05 अपराधी घायल हुए जबकि 00 मारे गए। यहां मुठभेड़ के दौरान 04 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 00 पुलिसकर्मी मारे गए। पुरस्कार घोषित 264 अपराधी गिरफ्तार किये गए। जबकि 22 अपराधियों के खिलाफ रासुका और 29 के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
कानपुर जोन में 78 मुठभेड़ में 218 अपराधी गिरफ्तार किये गए। मुठभेड़ में 02 अपराधी घायल हुए जबकि 01 मारे गए। यहां मुठभेड़ के दौरान 07 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 00 पुलिसकर्मी मारे गए। पुरस्कार घोषित 151 अपराधी गिरफ्तार किये गए। जबकि 09 अपराधियों के खिलाफ रासुका और 23 के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
वाराणसी जोन में 29 मुठभेड़ में 103 अपराधी गिरफ्तार किये गए। मुठभेड़ में 12 अपराधी घायल हुए जबकि 03 मारे गए। यहां मुठभेड़ के दौरान 15 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 00 पुलिसकर्मी मारे गए। पुरस्कार घोषित 189 अपराधी गिरफ्तार किये गए। जबकि 09 अपराधियों के खिलाफ रासुका और 22 के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
इस प्रकार कुल 8 जोन में इस साल (1 जनवरी से 31 दिसंबर 2017) के दौरान हुई 898 मुठभेड़ में 2187 अपराधी गिरफ्तार किये गए। मुठभेड़ में 197 अपराधी घायल हुए जबकि 29 मारे गए। यहां मुठभेड़ के दौरान 205 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 03 पुलिसकर्मी मारे गए। पुरस्कार घोषित 1680 अपराधी गिरफ्तार किये गए। जबकि 110 अपराधियों के खिलाफ रासुका और 123 अपराधियों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। वहीं 1236783826.93 लाख रुपये की अवैध संपत्ति जब्त कर कार्रवाई की गई। (यूपी पुलिस का साल 2017)