हजरतगंज मार्केट, लखनऊ का केंद्र है जो शहर के परिवर्तन चौक क्षेत्र में स्थित है और लखनऊ का सबसे प्रमुख शॉपिंग कॉम्प्लेक्स है। इसे 1810 में अमजद अली शाह ने बनवाया था यह मार्केट पहले क्वींस मार्ग पर स्थित था जहां अंग्रेज अपनी गाडि़यां और बग्घी चलाने जाया करते थे। समय बीतता गया और वर्तमान में यह शहर की सबसे प्रमुख सड़क और बाजार है जहां लोग मस्ती करते हैं, खाते – पीते है और शॉपिंग का मजा भी उठाते हैं।
इस सड़क का सौंदर्यीकरण 2010 – 2011 में किया गया था, जिसमें इसे विक्टोरियन लुक दिया गया था। इस लुक को लाने के लिए इस बाजार में विक्टोरियन लुक की लाइट्स, फव्वारे, बेंच सभी कुछ लगाया गया था और सभी दुकानों को एक ही रंग में पेंट करवाया गया। सरकार ने हजरतगंज के 200 साल पूरे होने पर 24 करोड़ की लागत से बाजार की सूरत बदल दी। हजरतंगज बाजार में कई छोटे- छोटे बाजार, शॉपिंग मॉल, उत्तम दर्जे के शोरूम, होटल, पीवीआर थियेटर, रेस्टोरंट, फूड कोर्ट और कई नामचीन कार्यालय भी हैं।
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करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद हजरतगंज फिर से चमकने लगा था, लेकिन फिर से इसकी बदहाली चिंता की बात है। आज गंज की तस्वीर फिर से बदल चुकी है।
चोरी हो गए वाटर हाइड्रेंट के नाजिलः
हजरतगंज में आग लगने की सूरत में बिना फायर टेंडर आग बुझाने के लिये जगह- जगह वाटर हाइड्रेंट लगाए गए थे। लेकिन चोरों ने इन नाजिल पर भी हाथ साफ कर दिया।
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खराब हो गयी हैं बेंचः
गंज में लगाई गयी एथनिक बेंचों को हाल भी देखरेख के अभाव में बेहाल हो गया। कुछ बेंच तो बेस से टूट गई तो कुछ पेंट और रखरखाव के अभाव में गल गई हैं।
टूट गए आयरन पोलः
सौंदर्यीकरण के लिये जगह- जगह मुगलकालीन लुक वाले फव्वारे लगवाए गए थे। इन फव्वारों को आयरन पोल और जंजीरों से घेरा गया था। लेकिन अब तो यह पोल भी टूटने के कगार पर हैं।
फुटपाथ पर हुआ अवैध कबजाः
- गंज में गाड़ियों की भीड़ भाड़ से अगल चलने के लिए फुटपाथ का निर्माण कराया गया था।
- जो कि अब पार्किंग में तबदील हो गया है। कई दुकानदारों ने भी फुटपाथ पर कब्जा जमा लिया है।
- लेकिन जिम्मेदार आँखें मूदें हुए हैं।
- इसके अलावा कई जगह फुटपाथ पर लगे पत्थर भी उखड़ने चुके हैं।
- लेकिन, इस ओर भी देखने की कोई जहमत नहीं उठा रहा है।