रक्त की जरूरत अस्पताल में भर्ती लोगों को किसी भी समय पड़ सकती है। अगर आपके पास रक्त देने वाला कोई नहीं है तो ऐसे में आप क्या करेंगे। इन्हीं सब चीजों को देखते हुए पयामे इंसानियत संस्था के लोगों ने जिला अस्पताल पहुंचर रक्त दान किया। संस्था पयामे इंसानियत फोरम (Forum) जिसमें हिंदू समाज के साथ ही मुस्लिम समाज भी अपनी सहभागिता निभाता रहा है। इस संस्था के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कड़कड़ाती ठंड में अस्पताल पहुंच कर रक्त दान कर नई मिसाल पेश की।
संस्था पयामे इंसानियत फोरम के सदस्यों ने किया रक्त दान payaame, Forum, donated blood
प्रदेश के जनपद गाजीपुर के जिला अस्पताल में बना ब्लड बैंक जहां आये दिन जरूरत मंदो के लिए खून की कमी हुआ करती थी। जिसके चलते लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ता था। इन लोगों के दर्द को समझते हुए इंसानियत व मानवता का संदेश देने वाली पयामे इंसानियत फोरम के 26 लोगों ने अपना ब्लड दान किया। इनके ब्लड दान से जहां जरूरत मंदो की जरूरत पूरा होगा वही हिन्दू मुस्लिम के नाम पर राजनीति करने वालों को भी एक संदेश है। वे अब उन सबके झांसे में आने वाले नही है। आज इनका डोनेट हुआ ब्लड भले ही मुस्लिम समाज का हो, लेकिन इस का प्रयोग करने वाला न हिन्दू होगा न मुस्लिम होगा बल्कि वह एक नई जिंदगी पाने वाला इंसान होगा। वहीं दूसरी तरफ लोगों ने उन कट्टर पंथियों को भी संदेश दिया है। जो छोटी छोटी बातों पर फतवा जारी कर देते है। लेकिन उन्हें भी ऐसे लोगों का कार्य देख सोचना पड़ेगा कि अब कैसा फतवा जारी किया जाय जिससे वे नफरत की राजनीति कर सके।
14 जून को पूरे विश्व में मनाया जाता है रक्त दिवस payaame, Forum, donated blood
14 जून को पूरे विश्व के बहुत सारे देशों में लोगों के द्वारा हर वर्ष विश्व रक्त दाता दिवस मनाया जाता है। इसे हर वर्ष 14 जून को 1868 में पैदा हुए कार्ल लैंडस्टेनर के जन्मदिन पर मनाया जाता है। स्वस्थ व्यक्ति के द्वारा स्वेच्छा से और बिना पैसे के सुरक्षित रक्त दाता बनता है। रक्त दाता इस दिन एक मुख्य भूमिका में होता है क्योंकि वो जरुरतमंद व्यक्ति को जीवन बचाने वाला रक्त दान करता हैं।