फिरोजाबाद में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक ग्रामीण का बिजली का बिल 22 हजार रुपय आने से सदमा लगने के कारण उसकी मौत हो गई, बिजली विभाग के द्वारा 2017 में विद्यतीकरण कराया था, अप्रैल माह में तत्कालीन जेई हैदन के नेतृत्व में गांव में चेकिंग कराई गई थी, इस दौरान विद्युत चोरी करने वालों के खिलाफ एक्शन लिया गया था.
चेकिंग के बाद ग्रामीणों को 16 से 30 हजार रु का बिल थमा दिया गया…
फिरोजाबाद में जसराना थाना क्षेत्र के गांव कटैना हर्षा में बिजली विभाग द्वारा वर्ष 2017 में विद्युतीकरण कराया था. अप्रैल माह में तत्कालीन जेई हैदन के नेतृत्व में गांव में चेकिंग कराई गई. इस दौरान विभाग ने गांव के लगभग 30 लोगों के खिलाफ विद्युत चोरी की एफआईआर जसराना थाने में दर्ज कराई. तब से मामला ठंडे बस्ते में पड़ा रहा. गुरुवार को ग्रामीणों को बिजली चोरी के नोटिस मिले. 16 से 30 हजार रुपये के बिल थमा दिए. गांव का ब्रजवीर (55) की अपनी पत्नी और बच्चे के साथ झोंपड़ी डाल कर रह रहा था.
मृतक के बेटे ने लगाया गलत रिर्पोट का अारोप
गुरुवार को उनके बेटे प्रेमवीर के नाम 22740 रुपये का नोटिस आया तो उन्हें सदमा लग गया. इससे उनकी मौत हो गई. परिवारीजनों ने कहा कि उनके यहां कनेक्शन नहीं था और न उन्होने ने कभी बिजली चोरी की.विभाग ने गलत रिपोर्ट दर्ज करा नोटिस भेजा है.
ग्रामीणों में बिजली विभाग के खिलाफ रोष
ग्रामीणों में बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है. उनका कहना है कि बिजली विभाग में कुछ लोगों के कहने पर गरीब लोगों को फंसाया जा रहा है. जिन लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है, उनमें से कुछ के यहां पहले से ही कनेक्शन है.कुछ के यहां न बिजली की लाइन है और न कनेक्शन. पूर्व ग्राम प्रधान ने बताया एसडीएम शिकोहाबाद ने मामले की जांच और निर्दोष पाए जाने पर दर्ज एफआईआर और नोटिस वापस लिए जाने का आश्वासन दिया है.
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