राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने आज भोर में आलू किसानो द्वारा फसल का उचित मूल्य न मिलने के विरोध स्वरुप विधान सभा और मुख्यमंत्री आवास सामने अपना आलू ट्रेक्टर ट्राली से लाद कर विधानसभा और मुख्यमंत्री आवास के सामने आलू फेंकने की घटना का समर्थन करते हुए उनके मुद्दे से पूर्ण सहमती जताई और आलू के न्यूनतम समर्थन मूल्य कम से कम 10 रु प्रति किलो किये जाने की मांग का भी समर्थन किया । राकापा ने पूरे प्रदेश में आलू किसानो के चल रहे आन्दोलन का भी भूल कर समर्थन किया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ० रमेश दीक्षित ने कहा कि प्रदेश के आलू किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं पा रहा है। किसानों को उनकी उनकी फसल की लागत तक नहीं मिल पा रही है। प्रदेश के आलू किसानो में ज़बर्दत रोष है जब की योगी सरकार उनकी समस्या का निदान करने के बजाये सरकारी इमारतों को भगवा करवाने और गोरखपुर महोत्सव जैसे फिजूलखर्ची के कार्य करने में व्यस्त है।
डॉ० दीक्षित ने कहा कि प्रदेश की आलू बेल्ट अवध, आगरा, फर्रुखाबाद, इटावा, अलीगढ़, मैनपुरी, फिरोजाबाद में हाहाकार मचा है। किसानों को उनकी फसल की लागत भी नहीं निकल पा रही है। डॉ० दीक्षित ने योगी सरकार से मांग कि है की तत्काल आलू का खरीद मूल्य कम से कम 10 रु प्रति किलो किया जाये ताकि उनको कुछ राहत मिल सके। इसके साथ-साथ उन्होंने बिचौलियों पर अंकुश लगाये जाने की भी मांग की जो किसानो से सस्ते दर पर फसल खरीद कर उसको बाद में महंगे दाम पर बेच कर भारी मुनाफा कमाते है।
उन्होंने योगी सरकार को चेताते हुए कहा कि जल्द आलू किसानों की समस्या का निदान न किया गया तो राकापा सड़कों पर इसका जम कर विरोध करेगी। इसके साथ साथ उन्होंने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि वह अपनी नाकामी को छुपाने के लिए रोज नए नए शिगूफे (इमारत को भगवा रंगवाने) गढ़ रही है। ताकि जनता का ध्यान मुद्दों से हटा सके और रोजगार और कानून व्यवस्था की नाकामियों को छुपाने की कोशिश कर रही है।
डॉ० दीक्षित ने प्रदेश सरकार को सलाह दी कि वह जल्द आलू के भण्डारण और आलू से जुड़े उद्योग का विस्तार करे ताकि किसान सीधे अपनी फसल को बेच कर उसका उचित मूल्य पा सके। आलू उद्योग से जुड़े बिचौलियों पर जल्द अंकुश लगा कर किसानों को रहत दें अन्यथा राकापा जल्द आलू के समर्थन मूल्य के मुद्दे पर विधानसभा को घेरेगी।
उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश की पुलिस व्यवस्था इतनी दुरुस्त है की किसान ट्रेक्टर- ट्राली से आलू लाद कर सीएम आवास, विधानसभा के सामने बिखरा कर चले जाते है और किसी को कानो कान खबर नहीं लगती। उन्होंने चुटकी लेते हुए योगी से कहा प्रदेश की कानून व्यवस्था और रूल ऑफ़ लॉ क्या इसी के दम से आएगा, कैसे आपके संकल्प पत्र को ज़मीन में उतरा जायेगा।