मंगलवार को शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने मदरसों को लेकर प्रधान मंत्री को एक पत्र लिखा था, जिसमें भारत में चल रहे लाखों नॉन रजिस्टर्ड मदरसों को को बंद करने और वैध मदरसों को दीन-ए-तालीम के साथ साथ कॉमन एजुकेशन से जोड़ने की अपील की थी. आज मदरसों को लेकर वसीम रिजवी का बयान है.

शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन हैं वसीम रिजवी

वसीम रिजवी ने कहा कि मदरसों में बहुत निचले स्तर की शिक्षा दी जाती है उन्होंने कहा कि मदरसा चंदे का कारोबार बन गया है. तमाम मुल्ला, मौलवी धन कमाने के लिए मदरसे खोल लेते हैं. मदरसे से केवल दीने ए तालीम की शिक्षा लेकर निकले छात्रों को कहीं नौकरी नहीं मिलती. उनका भविष्य अंधकार में पड़ जाता है. बचपन से ही बच्चों को कट्टरपंथी की शिक्षा दी जाती है. पश्चिम बंगाल की रिपोर्ट में 58 मदरसे जिहादी संगठनों से लिंक पाये गए हैं. आतंकी संगठन उन्हें फंडिंग करते हैं. अगर जोहड़ी ग्रुप फंडिंग करेंगे तो वो अपनी मर्जी के मुताबिक जिहादी शिक्षा में ही बच्चों को ढालेंगे.

मौलाना कल्बे जवाद ने की वसीम रिज़वी को गिरफ्तार करने की मांग

मौलाना कल्बे जवाद ने कहा है कि वसीम रिजवी को गिरफ्तार ना किया गया तो शिया समुदाय सड़कों पर विरोध करेगा. मदरसों के लिये शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी का बयान निराधार है. ऐसे बयानों से देश का माहौल खराब हो सकता है. उत्तर प्रदेश में दंगों की स्थिति पैदा हो सकती है. मौलाना ने कहा कि सख्त से सख्त कार्यवाई हो और वसीम रिजवी को गिरफतार किया जाये . अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वसीम रिजवी के खिलाफ कार्यवाई नहीं करते हैं तो हम लखनऊ से दिल्ली तक विरोध करने पर मजबूर होंगे.

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मदरसों को लेकर शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन का बयान शिया और सुन्नी समुदायों के बीच तनाव बढ़ा सकता है. ऐसे में देखना होगा कि क्या मुख्यमंत्री अपनी तरफ से कोई पहल कर इस मामले को ठंडा करते हैं या नहीं

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