उत्तर प्रदेश के कानपुर जिला में कुछ अराजक तत्वों ने मंगलवार देर रात मंदिर के अन्दर घुसकर उनकी प्रतिमा को खंडित कर दिया। बुधवार सुबह जैसे ही इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को हुई तो पुलिस महकमे में हडकंप मच गया। मूर्ति तोड़ने की सूचना पर बजरंगदल व हिन्दू समन्यव समिति के कार्यकर्ता पहुंच गए और हंगामा करने लगे। पुलिस ने आनन-फानन में खंडित मूर्ति को हटाकर नई प्रतिमा मंगाई और पूरे विधिविधान व मंत्रोउच्चारण के साथ-साथ प्रतिमा की स्थापना कराई।
जानकारी के मुताबिक, किदवाई नगर थाना क्षेत्र स्थित एच ब्लाक में में श्री काशीनाथ ॐ नमः शिवाय शिव धाम मंदिर है।मंदिर के बगल में हनुमान जी का मंदिर है। मंगलवार देर कुछ अराजक तत्वों ने मूर्ति तोड़ दी। मंदिर के बगल में ही धीरज विश्वकर्मा का गैराज है। जब वह अपनी शॉप पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मंदिर की प्रतिमा खंडित है। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर कई थानों का फ़ोर्स पहुंच गई। मंदिर खंडित होने की सूचना जैसे ही बजरंगदल के कार्यकर्ताओं को हुई वह मौके पर पहुंचकर हंगामा करने लगे। उन्हें पुलिस ने समझा बुझाकर कार्यकर्ताओ को शांत कराया।
हिन्दू समन्यव समिति जिला संयोजक ब्रजराज सिंह के मुताबिक अराजक तत्वों ने प्रतिमा को खंडित कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया है। जो लोग प्रदेश की शांति व्यवस्था को बर्दास्त नहीं कर पा रहे हैं वह इस तरह का काम कर रहे हैं। वह चाहते हैं कि एक प्रदेश का माहोल बिगड़े। लेकिन पुलिस प्रशासन व जन सहयोग के माध्यम से खंडित प्रतिमा को हटाकर नई प्रतिमा को स्थापित कर दिया गया है। वहीं पंडित राधवेन्द्र शास्त्री ने पूरे विधिविधान के साथ मंत्रोउच्चारण कर नई प्रतिमा को स्थापित कराया।