राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड थाना क्षेत्र में स्थित होटल के बेसमेंट में चार मजदूरों की लाश मिलने से हड़कंप मच गया। इस सनसनीखेज घटना में होटल प्रशासन की घोर लापरवाही सामने निकल कर आई है। पुलिस इस घटना को हल्के में ले रही है, पुलिस का तर्क है कि होटल कर्मचारियों की मौत दम घुटने से हुई है। फिलहाल पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी। हालांकि स्थानीय लोगों और मजदूरों ने हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा काटा। परिजनों ने घंटों शवों को उठने नहीं नहीं दिया। आक्रोशित लोगों ने शहीद पथ पर जाम लगाकर घंटों बवाल काटा। आक्रोशित लोगों का कहना है कि कर्मचारियों के शवों पर चोट के निशान थे। फ़िलहाल पुलिस होटल के आसपास रहने वाले लोगों और होटल कर्मचारियों से पूछताछ कर आगे की तफ्तीश कर रही है।

पुलिस के मुताबिक, विभूतिखंड थाना क्षेत्र में शहीद पथ के पास होटल रंजीस है। इस होटल में कई कर्मचारी काम करते हैं। शुक्रवार को होटल के बेसमेंट में चार मजदूरों के शव मिलने से हड़कंप मच गया। पूछताछ में पता चला कि होटल के 4 कर्मचारियों की मौत दम घुटने से हुई। पड़ताल में ये भी पता चला है कि मर्मचारी अंगीठी जलाकर सोए थे। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में दम घुटने से मौत का कारण बताया है।

बेसमेंट में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने पर देखा गया कि सुबह करीब 3:28 मिनट पर एक ने आग जलायी और उसे बंद केबिन के अंदर ले गया। होटल प्रशासन ने बताया कि मृतकों में तीन इलेक्ट्रीशियन, जबकि प्लंबर शामिल है। दिल को झकझोर देने वाली इस घटना के बाद होटल में फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी पहुंची। जांच टीम में मौके की पड़ताल कर कुछ साक्ष्य भी जुटाए हैं। जांच टीम ने बताया कि होटल में लगे CCTV में पूरी घटना कैद है, सीसीटीवी कब्जे में लेकर मामले की तफ्तीश की जा रही है।

मृतक कर्मियों के परिजनों ने होटल मालिक पर हत्या का आरोप लगाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पहले भी हत्या हो चुकी है। परिजनों का आरोप है कि मृतकों के शव पर चोट के निशान थे। पुलिस मामले को होटल मालिक को बचाने के लिए घुमा रही है। हालांकि चार लोगों की मौत के बाद उनके घरों में कोहराम मचा हुआ है।

नियम विरुद्ध होटल में जलाई गई अंगीठी

चीफ फायर अफसर अभय भान पांडेय ने बताया कि होटल के बेसमेंट में दो कमरे हैं। यहां चार कर्मचारियों ने ठंड अधिक होने की वजह से कमरे में अंगीठी जलाई। अंगीठी में कोयला के ऊपर थर्माकोल डालकर जलाया गया। मजदूर आग जलने के बाद सो गए। आशंका जताई जा रही है कि बेसमेंट होने के चलते कमरे में कार्बन की मात्रा अधिक हो गई और मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई। उन्होंने बताया कि किसी होटल में अगर अग्निशम विभाग की एनओसी होती है तो अंगीठी जलाने की अनुमति नहीं होती है। लेकिन होटल में नियम विरुद्ध अंगीठी जलाई गई। मामले की जांच कर स्थानीय पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

परिजनों ने हत्या का आरोप लगा काटा हंगामा

जानकारी के अनुसार, मृतकों में विकासनगर का रहने वाला प्लंबर का काम करने वाला रामनरेश (30) है। वह अपनी पत्नी नीलम दो बच्चे कारन और दिव्यांश के साथ रहते हैं। इसके अलावा इस्माइल गंज के रहने वाले इलेक्ट्रीशियन राजकुमार (28), चांदन इंदिरानगर में रहने वाले इलेक्ट्रीशियन नेहाल (32) और विशालखंड गोमतीनगर में रहने वाले इलेक्ट्रीशियनमो. शाहिद (27) शामिल हैं। परिजनों का आरोप है कि सभी की दिन में ड्यूटी होती थी लेकिन उन्हें होटल में रोका गया जबकि रात में कोई काम नहीं होता।

आरोप है कि होटल मालिक ने साजिश के तहत सोते समय इस घटना को अंजाम दिया। हालांकि मामले की सच्चाई जानने के लिए पुलिस कई बिंदुओं पर पड़ताल कर रही है। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने शवों को उठने नहीं दिया। परिजनों ने शहीद पथ पर जाम लगाकर खूब हंगामा किया। इस दौरान शहीद पथ पर लंबा जाम लग गया। परिजन होटल मालिक पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने और मुआवजे की मांग कर रहे थे। हालांकि पुलिस प्रदर्शनकारियों को समझाकर शव पीएम के लिए भेजने की कोशिश में जुटी रही। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मजदूरों की मौत का सच सामने आ पायेगा।

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