राजधानी लखनऊ के बख्शी का तालाब तहसील दिवस में एक दहेज उत्पीड़न और यौन शोषण का मामला सामने आया है। पीड़िता का आरोप है कि उसके पति ने पहले प्रेम प्रसंग के चलते उसके साथ शादी की फिर दहेज के लिए उसे घर से भगा दिया। वह न्याय के लिए दर-दर भटक रही है। थाना से लेकर एसएसपी कार्यालय तक के चक्कर लगा चुकी है लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिली। मंगलवार को बीकेटी तहसील दिवस में पीड़िता पहुंची और उसने अपनी व्यथा सुनाई तो अधिकारियों के होश उड़ गए। पीड़िता ने आरोप लगाया कि इटौंजा थाने के सिपाही उसे अकेले में बुलाते हैं। इस मामले में अधिकारियों ने पीड़िता को न्याय का भरोसा दिलाते हुए कार्रवाई करने के लिए कहा है।

पांच माह पहले ही मंदिर में की थी शादी

जानकारी के मुताबिक, शिवानी (18) पुत्री स्व. रामगोपाल माधवपुर मरपा इटौंजा की रहने वाली है। पीड़िता के माता-पिता का स्वर्गवास हो चुका है। वह उसका मरपा गांव के रहने वाले रंजीत पुत्र रामदेव से प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह रंजीत से शादी करना चाहती थी लेकिन रंजीत के घरवाले इसको मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद पीड़िता ने थाने पर शिकायत की तो पुलिस ने दोनों की शादी करवा दी थी। दोनों ने 5 माह पहले ही मंदिर में शादी की थी।

शादी के बाद दहेज़ के लिए पति बना रहा दबाव

आरोप है कि शादी के बाद करीब 2 माह तक सबकुछ ठीक ठाक चला लेकिन उसके बाद पति ने उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। पीड़िता का कहना है वह अपनी मौसी के घर रहती है। किसी तरह अपना पेट पालती है तो दहेज़ कहां से लाये। दहेज़ के लिए पति आए दिन उसे मारता पीटता रहता था। मुंह खोलने पर धमकी भी देता था। पीड़िता का आरोप है कि पति ने उसे पिछले दिनों घर से भगा दिया। इसके बाद उसने पति के खिलाफ थाने में शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की।

एसएसपी कार्यालय से भी नहीं मिली पीड़िता को मदद

अब वह भाई के साथ इधर-उधर न्याय के लिए चक्कर लगा रही है। पीड़िता को कई बार तहसील दिवस, एसएसपी कार्यालय तक में न्याय नहीं मिला। पीड़िता का आरोप है कि मुकदमा दर्ज करने के लिए थाने के सिपाही उसे अकेले में बुलाते हैं। उसे किसी अनहोनी का भी डर सता रहा है। पीड़िता का कहना है कि आरोपी उधर धमका रहा है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पीड़िता को पुलिस और प्रशासन से कब तक न्याय मिल पाएगा।

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