25 जनवरी को दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर स्टारर फिल्म ‘पद्मावत’ रिलीज होने जा रही है। वहीं करणी सेना अब भी इस फिल्म को बैन कराने के लिए अपना पूरा जोर लगा रही है। करणी सेना फिल्म को देश के चार राज्यों में बैन करा चुकी थी। लेकिन मामले में सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर आने पर फिल्म अब देश भर में रिलीज की जा रही है।
इसी रिलीज को लेकर आज लखनऊ में जीपीओ पार्क पर राजपूत करणी सेना ने फिल्म के को रोकने के लिए विरोध प्रर्दशन किया ।इस दौरान सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गांधी प्रतिमा पर फिल्म पद्मावत को बैन करने की मांग को लेकर कर रहे प्रदर्शन कर रहे है।
ये भी पढ़ें : सीएम योगी से भी आगे निकले अखिलेश, किया ये ‘बड़ा ऐलान’!
दरअसल, संजय लीला भंसाली के प्रोडक्शन ने करणी सेना को एक पत्र में फिल्म देखने के लिए आमंत्रण भेजा। इस पत्र में यह भी लिखा गया कि फिल्म में पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच कोई दृश्य नहीं है। फिल्म में पद्मावती को पूरे सम्मान के साथ दर्शाया गया है। एएनआई ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि करणी सेना का दावा है कि भंसाली ने करणी सेना को फिल्म देखने का इन्विटेशन भेजा गया है।
दीपिका पर दिया था विवादित बयान:
संजय लीला भंसाली और दीपिका पादुकोण का सर कलम करने पर इनाम की घोषणा करने वाले अभिषेक सोम पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था. सोम ने संजय लीला भंसाली और दीपिका पादुकोण का सर कलम करने वाले को 5 करोड़ का इनाम देने की थी घोषणा. अभिषेक के खिलाफ थाना नौचंदी में मुकदमा दर्ज हुआ था.
ये भी पढ़ें : अखिलेश के ड्रीम प्रोजेक्ट यूपी 100 को योगी सरकार में ‘बड़ा झटका’!
क्षत्रिय समाज के लोग इस फ़िल्म में रानी पद्मावती के चित्रण को गलत तरीके से दर्शाये जाने का आरोप लगाया था. जिसमे क्षत्रिय समाज के लोग लगातार मांग कर रहे हैं कि इस फ़िल्म पर सरकार रोक लगाये. इसी कड़ी में क्षत्रिय समाज के ठाकुर अभिषेक सोम ने विवादित बयान देते हुए फ़िल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली की गर्दन काटने वाले को क्षत्रिय समाज की ओर से 5 करोड़ रूपये की धनराशि देने का ऐलान किया था. इसी के चलते इन पर मुकदमा दर्ज हुआ था.