उत्तर प्रदेश के कासगंज जिला में तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा के दौरान हिंसा में चंदन अभिषेक पुत्र सुशील गुप्ता निवासी साहब वाला पेच की हत्या के मामले में शनिवार को मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। परिजन पहले तो अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं थे लेकिन कड़ी सुरक्षा के बीच जब स्थानीय सांसद ने सीएम योगी से परिजनों की बात करवाई इसके बाद मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं फायरिंग में गोली लगने से घायल नौशाद का इलाज अलीगढ़ में चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। फोन पर हुई बातचीत के दौरान सीएम योगी ने कहा कि उनकी संवेदना परिवार के साथ है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा।
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पीड़ित परिवार ने की नौकरी और मुआवजे की मांग
कासगंज में हुई हिंसा के दौरान युवक की मौत के मामले में पीड़ित परिवार की मुक्तिधाम पर मौजूद सांसद राजवीर सिंह के साथ झड़प भी हुई। न्याय की मांग करते लोगों ने चिता को मुखाग्नि देने से रोक दिया और बैठे धरने पर बैठ गए। आक्रोशित लोग पीड़ित परिवार को न्याय, उचित मुआबजा और एक सरकारी नौकरी की मांग कर रहे थे। इसके बाद सांसद ने सीएम से परिवार की बात कराई। सीएम योगी ने मृतक के परिजनों को हर संभव मदद दिलाये जाने का आश्वासन दिया तब अंतिम संस्कार किया गया। इस घटना में वैश्य समाज के अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी सीएम योगी की बात हुई है। सीएम ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
तिरंगा यात्रा के दौरान भड़की थी हिंसा
उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस के मौक़े पर शुक्रवार को निकाली जा रही तिरंगा यात्रा के दौरान हुई एक झड़प ने हिंसक रुप ले लिया था। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आनंद कुमार के मुताबिक इस घटना के बाद करीब दो दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है और कासगंज में क़र्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस के हवाले आई रिपोर्टों के मुताबिक हिंसा में एक युवक की मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए। अलीगढ़ मंडल के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) संजीव गुप्ता ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर रैली निकालते समय कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया। आसपास के जिलों से फोर्स मंगायी गयी है। उन्होंने बताया कि नगर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। स्थिति तनावपूर्ण, किन्तु नियंत्रण में है। बता दें कि 1993 में भी यहां एक छोटी सी झड़प ने सांप्रदायिक दंगे का रूप ले लिया था और बाद में इसी वजह से राज्य के दूसरे हिस्सों में भी दंगे हुए थे। मुख्यमंत्री ने भी घटना की निंदा की करते हुए अधिकारियों को स्थिति पर नज़र रखने के निर्देश दिए हैं।
बवाल में युवक की मौत के बाद लगाया गया कर्फ्यू
गणतंत्र दिवस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तिरंगा यात्रा आज यहां पर बड़े ही सांप्रदायिक बवाल की भेंट चढ़ गई। शुक्रवार को सुबह 10 बजे वर्ग के युवा तीन दर्जन बाइकों पर तिरंगा यात्रा एवं जुलूस निकाल रहे थे। तिरंगा यात्रा का काफिला जब शहर के बड्डू नगर मोहल्ले में पहुंचा तो वहां मौजूद दूसरे वर्ग के युवकों ने किसी बात को लेकर उनका विरोध किया। इस तिरंगा यात्रा पर सम्प्रदाय विशेष के लोगों ने पथराव किया। इसके बाद से माहौल बिगड़ गया। पथराव तथा आगजनी के बाद भारी मात्रा में पुलिस बल वहां पहुंचा। फायरिंग में घायल दो लोगों में से एक की मौत हो गई थी।
आग लगाकर फैलाई गई दहशत
बवाल के बाद कासगंज शहर में पुलिस की ओर से कर्फ्यू लगा दिया गया है। बवाल के दौरान शहर के बस स्टेट रोड पर पेट्रोल पंप के बिल्कुल पास उपद्रव करने वालों ने कबाड़े मे आग लगा दी थी। जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई थी। पुलिस फोर्स ने पहुंचकर दमकल बुलाकर आग पर काबू पाया। डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंच गए थे। इस मामले में आसपास के इलाकों से भी पुलिस फोर्स बुलाई गई है। फ़िलहाल पुलिस ने दोनों वर्ग से दो दर्जन लोगों को अपनी हिरासत में लिया है। इसके बाद भी शहर में तनाव बरकरार है।
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