राजधानी लखनऊ के वीआईपी क्षेत्र में आलू फेंकने के मामले में पिछले दिनों पुलिस ने सपा कार्यकर्ता और डाला चालक को कन्नौज से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एसएसपी दीपक कुमार को फटकार लगाई थी। आलूकांड में गिरफ़्तारी के विरोध में अखिलेश के आह्वान पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किया।
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डकैतों का पता भी नहीं लगा पाई पुलिस
राजधानी लखनऊ में कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शनकारियों ने एसएसपी दीपक कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एसएसपी डकैतों को पकड़ने में नाकाम साबित हुए हैं और सपा कार्यकर्ताओं को आलूकांड में गिरफ्तार कर वाहवाही लूट रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पुलिस अगर 1000 नंबरों को सर्विलांस पर लेकर गिरफ्तारी आकर सकती है तो 10000 नंबरों को सर्विलांस पर लगाकर बदमाशों को क्यों नहीं पकड़ पा रही।
पूरे प्रदेश में आलू किसानों का बड़ा नुकसान
आगरा जिला में किसानों की समस्याओं और बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सदर तहसील में सैकड़ों की संख्या में प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी का आरोप है कि किसानों की हितैषी होने का दम भरनेवाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है। आलू किसानों का बड़ा नुकसान पूरे प्रदेश में हुआ है लेकिन सरकार उसकी भरपाई करने में नाकाम रही है। वहीं कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर लूट छिनैती और डकैती की घटनाओं पर योगी सरकार अंकुश लगाने में नाकाम रही है। प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन समेत सपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भाजपा नपुंसक और डॉयल 100 हो गई डाकू
गाजीपुर जिला के जमानिया तहसील पर पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने अपने समर्थकों के साथ धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कार्यकर्ताओ को आह्वान करते हुए कहा कि संघर्ष हमारा जारी रहेगा। क्योंकि भाजपा नपुंसक हो गई है। वही 100 नंबर जो सपा सरकार में शुरू हुई थी आज वो डाकू हो गई है और दिनदहाड़े लूट रही है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर सभी तहसील मुख्यालयों पर धरना प्रदेश सरकार के विरोध में देने का आह्वान किया है।
कई समस्याओं को लेकर किया घेराव
गोंडा जिला में पूर्व कृषि मंत्री विनोद कुमार सिंह के पुत्र व सपा नेता सूरज सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से जारी निर्देश के बाद भ्रष्टाचार, मंहगाई बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, बिजली दर में बढ़ोत्तरी, बिजली-कटौती, गन्ना मूल्य भुगतान, छुट्टा जानवर जैसी गंभीर समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर का घेराव किया। इस दौरान पूर्व विधायकों योगेश प्रताप, नंदिता शुक्ल, बैजनाथ दुबे, राम प्रताप सिंह ने भी अलग-अलग प्रदर्शन किये।
ग्यारह महीने पूरे हो चुके है लेकिन सड़कें नहीं हो सकीं गड्ढ़ा मुक्त
कानपुर जिला में समाजवादी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव की अध्यक्षता में घाटमपुर तहसील में प्रदर्शन किया। दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों और आलू किसानों की बहाली को लेकर ये प्रदर्शन किया गया। धरना दे रहे लोगों ने वर्तमान सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगते हुए कहा कि यह सरकार पूरे प्रदेश को भगवा रंग में रंगना चाहती है। योगी सरकार को ग्यारह महीने पूरे हो चुके है लेकिन आज भी प्रदेश की सड़कें गड्ढे मुक्त नहीं हो पाई है। वहीं किसानो को मुद्दा बनाते हुए कहा कि जिस देश में किसानो को अन्नदाता कहा जाता है आज वहाँ का किसान भूख और कर्ज के चलते आत्महत्या कर रहा है। वर्तमान सरकार है कि केवल हाथ पर हाथ धरे तमाशा देख रही है।देश का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। शायद इसीलिए इस सरकार को किसान विरोधी सरकाता का खिताब दिया जा रहा है साथ ही योगी सरकार हाय-हाय के नारे भी लगाए।
क्या है पूरा आलू कांड का मामला
गौरतलब है कि बीती 6 जनवरी की सुबह विधानसभा, सीएम आवास और राजभवन से लेकर 1090 चौराहे तक सड़कों पर आलू फेंके गए थे। सीएम योगी के घर समेत 8 जगहों पर आलू फेंकने की घटना में शामिल दोनों नेता अखिलेश यादव के करीबी बताए जा रहे है। लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार ने आलू कांड पर खुलासा करते हुए बताया था कि इस पूरे घटना में 6 लोग शामिल थे। एसएसपी ने बताया था कि ये नेता नगर पंचायत का चुनाव भी सपा के बैनर तले लड़ चुके है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि इस घटना के पीछे सिर्फ सरकार को बदनाम करने की साजिश थी।
एसएसपी ने कहा कि सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्रा ने करीब 10 हजार से ज्यादा नम्बरों को खंगाला। उसमें एक संदिग्ध नंबर संतोष पाल का मिला। वहीं जांच के दौरान बात साफ हो गई कि संतोष की गाड़ी सुबह 3:45 बजे इसी इलाके में सुबह में मिली थी। सीसीटीवी फुटेज में दिखी गाड़ी कन्नौज की निकली। पुलिस ने पता लगाया और फिर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। आरोपियों ने कबूला था कि हम लोगों ने आलू फेंका था। इस घटना में संदीप कुक्कू चौहान, दीपेंद्र चौहान, प्रदीप सिंह बंगाली, बड़े कुमार समेत 6 लोग शामिल थे। गिरफ्तार सपा कार्यकर्ता अंकित चौहान तिर्वा कोतवाली के फगुहा भट्टा गांव का रहने वाला है। जबकि लोडर का ड्राइवर प्रदीप ठठिया का रहने वाला है।