उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में चंदन की मौत के बाद सोमवार को भी छिटपुट घटनाओं का दौर जारी रहा. कई इलाकों में आगजनी की घटनाएं हुई. कुछ बंद पड़ी कुछ दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया, कहीं पुलिस ने सब्जी खरीद रहे लोगों को पीटा. हालांकि चंदन की हत्या का आरोपी शकील अभी भी फरार है, जबकि उसके घर से तलाशी के दौरान पुलिस ने देशी बम और पिस्टल बरामद की है. पुलिस लगातार सघन तलाशी अभियान चलाकर दोषियों को पकड़ने की कोशिश में जुटी हुई है. वहीँ इस हिंसा के पीछे साजिश के अंदेशे ने अफसरों की नींद उड़ा दी है.
कासगंज एसपी हटाये गए:
कासगंज के एसपी सुनील सिंह को हटा दिया गया है. उनकी जगह पियूष श्रीवास्तव को कासगंज की कमान सौंपी गई है. जिले में हिंसा को लेकर लापरवाही बरतने के आरोप सुनील सिंह पर लग रहे थे. सुनील सिंह को मेरठ भेज दिया गया है. पियूष श्रीवास्तव अबतक आजमगढ़ की कमान संभाल रहे थे. वहीं खबरों के मुताबिक, अभी और भी कई अधिकारियों पर हिंसा में लापरवाही बरतने पर गाज गिर सकती है. पिछली सरकार में तैनात सुनील सिंह कासगंज में जमे हुए थे. उनका फेसबुक पोस्ट वायरल हुआ था.
आगजनी की तस्वीरें CCTV में कैद
कासगंज में आगजनी करने वाले उपद्रवी CCTV में कैद हुई हैं. शहर के रेलवे रोड पर दुकान में की आगजनी की तस्वीरें कैद हुई हैं. दुकान में आगजनी करके भागे उपद्रवी. कासगंज में आगजनी की घटनाएँ हुई हैं. शहर में 3 जगहों पर उपद्रवियों ने की आगजनी. नदरई गेट इलाके में मकान में लगाई आग जबकि मनौटा गली में बंद मकान में आगजनी की है.
गिरफ्तार लोगों ने स्वीकार की साजिश की बात:
गिरफ्तार किये गए कुछ आरोपियों का कहना है कि माहौल गर्म रखने के लिए आगजनी की जा रही थी. वहीँ चन्दन के हत्यारोपियों को स्थानीय नेताओं द्वारा संरक्षण दिए जाने की बात भी सामने आई है. हिंसा फ़ैलाने वालों पर रासुका लगाने की तैयारी हो रही है. इसमें दोनों पक्षों की तरफ से आगजनी और तोड़फोड़ करने वालों की गिरफ़्तारी की गई है.